11 वां चीनी राष्ट्रीय खेल समारोह पूर्वी चीन के शान तुंग प्रांत में चल रहा है । देश के विभिन्न प्रांतों के दस हजार से ज्यादा खिलाडी़ इसमें भाग ले रहे हैं ,जिनमें अल्पसंख्यक जाति के कई खिलाडी़ शामिल हैं । आज के इस कार्यक्रम में हम चीनी राष्ट्रीय खेल समारोह में भाग ले रहे कुछ अल्पसंख्यक खिलाडि़यों के बारे में चर्चा करेंगे ।
वांग मिंग छुएं दक्षिण पूर्वी चीन के हू नान प्रांत की खिलाडी़ हैं ,जो यो जाति की हैं ।राष्ट्रीय खेल समारोह की महिला भारोत्तोलन के 48 किलो वर्ग की प्रतियोगिता में उन्होंने स्नैच में 99 किलो ,क्लीन एंड जर्क 121 किलो और टोटल रिजर्ट 220 किलो वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। जबकि स्नैच ,क्लीन एंड जर्क व टोटल रिजर्ट तीन विश्व रिकार्ड तोडे़ । प्रतियोगिता के बाद उन्होंने कहा कि यह कठिन अभ्यास का फल है । उन्होंने कहा ,यह जीत आसान नहीं है, मैंने बडी़ कोशिश की तब जाकर यह मुकाम हासिल हुआ।
वर्ष 1985 में हू नान प्रांत के युंग चो प्रिफेक्चर में जन्मी वांग मिंग छुए ने 16 साल की उम्र में ही नौंवे राष्ट्रीय खेल समारोह के महिला भारोत्तोलन का स्वर्ण पदक जीत लिया था। इसके बाद उन्होंने विश्व चैंपियनशिप भी हासिल की । जब वह अपने करियर के चरम पर थीं ,तो उनकी टांग में चोट लग गई और वर्ष 2002 के एथेंस ऑलंपिक से उन्हें हटना पडा़। ठीक होने के बाद वांग मिंग छुए फिर भारोत्तोलन मंच में वापस लौटीं। मगर तेज प्रतिस्पर्द्धा के चलते उन्हें 2008 के पेइचिंग ऑलंपिक में भाग लेने का मौका नहीं मिल सका। ऑलंपिक उनके लिए एक सपना बन गया। लेकिन वांग मिंग छुए पेइचिंग ऑलंपिक में अपनी साथी खिलाडी़ चेन श्ये श्या की सफलता पर खुश नजर आयी। उन्होंने कहा ,ऑलंपिक पर चेन श्ये श्या की जीत से मैं भी खुश हूं ,क्योंकि उन्होंने चीन की ओर से प्रतियोगिता में भाग लिया । हम अच्छे दोस्त हैं । उनकी जीत के बाद मैंने सबसे पहले उन्हें बधाई दी।
पेइचिंग ऑलंपिक के बाद वांग मिंग छुए ने खेल मैदान से विदा लेने की सोच ली । पर हु नान प्रांत के खेल ब्यूरो के नेता व अपने कोच की सलाह पर वांग मिंग ने भारोत्तोलन मंच पर बने रहने का संकल्प किया । अब उन्होंने खेल समारोह का खिताब जीत लिया है।
खाली समय में वांग मिंग को पुस्तकें पढ़ना बहुत पसंद है । उनको अंग्रेजी सीखने में बहुत रुचि भी है और सप्ताहांत में शापिंग करना पसंद है ।
भविष्य की चर्चा करते हुए वांग मिंग छुए ने कहा कि वह वर्ष 2012 के लंदन ऑलंपिक में भाग लेना चाहती हैं ,क्योंकि उन्हें अपना ऑलंपिक पदक जीतने का सपना पूरा करना है । उन्होंने कहा ,अगर शारीरिक रूप से फिट रही तो मैं लंदन ऑलंपिक में हिस्सा लेने की पूरी कोशिश करूंगी । मुझे विश्वास है कि कठिन मेहनत करने पर सफलता जरूर मिलती है।
अपुल्याटिर सिन च्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश के खिलाडी़ हैं। उन्होंने राष्ट्रीय खेल समारोह के बाइसिकल मोटो क्रोस या बी एम एक्स रेसिंग की प्रतियोगिता में भाग लिया और पांचवां स्थान हासिल किया । अपुल्याटिर इससे काफी संतुष्ट हैं ,क्योंकि यह उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन है। उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया कि इस बार मैंने पांचवां स्थान पाया, जो कि मेरा सौभाग्य है । राष्ट्रीय खेल समारोह में भाग लेना बडे़ गौरव की बात है ।
अपुल्याटिर 21 वर्ष के हैं ,उनका जन्म शिन च्यांग की राजधानी उरुमुछी के एक साधारण परिवार में हुआ ।पिछली फरवरी में उन्होंने बाइसिकल मोटो क्रोसिंग या बी एम एक्स का अभ्यास शुरु किया। वे कहते हैं कि देश के मशहूर खिलाडियों के साथ प्रतियोगिता करना बडी़ खुशी की बात है । अपुल्याटिर को अब शिन च्यांग बी एम एक्स टीम का अहम स्तंभ माना जाता है । उन्होंने हमारे संवाददाता से कहा कि उनका सब से बडा़ सपना एक दिन राष्ट्रीय टीम की ओर बडी़ अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेना है। राष्ट्रीय खेल समारोह में प्रतिस्पर्द्धा के अलावा-आदान प्रदान व एक दूसरे से सीखने का मौका भी मिलता है ।
कुश्ती स्टेडियम में हमारे संवाददाता ने भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश के कुश्ती खिलाडी़ हुसेल से बात की। प्रतियोगिता देखने आये हुसेल ने कहा कि राष्ट्रीय खेल समारोह प्रतियोगिता में अच्छी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली, यह उनके लिए सीखने का बेहतरीन मौका है । कुश्ती मंगोलियाई लोगों का पसंदीदा खेल है और इसमें उनकी प्रतिभा है । हुसेल ने बताया कि हालांकि वे भीतरी मंगोलिया की ओर राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में भाग नहीं लेंगे ,पर वे अपने खेल भविष्य के प्रति आशावान हैं । उनके लिए सबसे बडा़ लक्ष्य ऑलंपिक है ,इसके बाद राष्ट्रीय खेल समारोह है।