यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है । श्रोताओं को पवन की नमस्ते। विदेशी दोस्तों की निगाहों में चीन कार्यक्रम सुनने के लिए आप का स्वागत। आज हम चीन में रहने वाले एक बहुत प्रसिद्ध कोरिया गणराज्य के व्यक्ति का परिचय देंगे।
वे चीन में 25 सालों से रह रहे हैं। वे चीन और कोरिया गणराज्य के बीच कूटनीतिक संबंध स्थापित होने के बाद व्यापार करने के लिए चीन में आए पहले खेप के विदेशी दोस्त भी हैं। उन का नाम है पार्क केन टाए। वे सी.जी ग्रुप के चीन क्षेत्र के सी ई ओ हैं।
सन् 1984 में श्री पार्क केन टाए चीन में कोरिया गणराज्य के सी.जी ग्रुप के सी ई ओ बनकर चीन के हांगकांग में आए। बाद में वे पेइचिंग, क्वांग जो और शांगहाई आदि क्षेत्रों में काम करने के लिए गए। श्री पार्क केन टाए 25 साल से चीन में रह रहे हैं। उन्होंने प्रसन्नता से कहा
चीन में मेरे 1000 से अधिक अच्छे दोस्त हैं। गत 20 साल में मैं ने चीन में बहुत गहरे दोस्त बनाए हैं जिस से मेरी कंपनी के विकास में भी लाभ मिला है। मेरी योजना है दोस्त बना कर व्यापार करो। मेरे विचार में दोस्ती चीन में विकास करने का आधार है।
सी.जी. ग्रुप कोरिया गणराज्य में सब से बड़ी जनरल फूड्स कंपनी है। श्री पार्क केन टाए ने कहा कि सी.जी. कंपनी के लिए चीन एक बहुत महत्वपूर्ण विदेशी बाजार है। उन्होंने चीनी बाजार में विकास करने की समस्या पर महत्व दिया और चीन की नीति को सी.जी. की विश्व रणनीति का एक महत्वपूर्ण भाग बनाया।
श्री पार्क केन टाए ने यह भी कहा कि विश्व वित्तीय संकट से निकलने के लिए चीन सरकार ने सकारात्मक आर्थिक उत्तेजना नीति बनायी। सी.जी. कंपनी के लिए यह चीन में विकास का एक बहुत अच्छा मौका है। सी.जी. ग्रुप के मुख्यालय ने भविष्य के 5 सालों में चीनी बाजार में और 5 अरब य्वान पूंजी निवेश करने का फैसला किया है।
भविष्य में सी.जी. ग्रुप चीनी बाजार में ज्यादा पूंजी निवेश करने की योजना बना रहा है। हम 5 व 10 साल में चीन में दूसरी सी.जी. कंपनी स्थापित करेंगे और चीनी लोगों के लिए ज्यादा बढिया उत्पादन व सेवा देंगे।
इन सालों में सी.जी. कंपनी चीन में तेजी से विकास कर रही है। लेकिन श्री पार्क केन टाए ने यह भी कहा कि सी.जी. कंपनी के विकास करने के साथ-साथ वे कंपनी के सामाजिक कर्तव्य को भी महत्व देते हैं। अब चीन की सी.जी. कंपनी में 5300 कर्मचारी हैं, जिन में 98 प्रतिशत कर्मचारी चीनी लोग हैं। चीनी कर्मचारियों के साथ आदान-प्रदान करने के बारे में श्री पार्क केन टाए ने कोरिया गणराज्य के कर्मचारियों से चीनी भाषा सीखने और बोलने का आग्रह भी किया। वे अपने आप तो बहुत अच्छी तरह चीनी भाषा बोलते हैं। उन्होंने कहा
एक कंपनी के विकास के लिए ग्राहकों का समर्थन सब से महत्वपूर्ण है। हमें अपने उत्पादन व सेवा की गुणवत्ता पर ध्यान देने के साथ अपने सामाजिक कर्तव्य पर भी बल देना चाहिए। चीनी सी.जी. कंपनी अपने सामाजिक कर्तव्य को महत्व देती है। सन् 2008 में चीन के स्छवान में भूकंप आने के बाद चीनी सी.जी. कंपनी ने भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों के लिए 30 लाख य्वान दिए। इस के अलावा सी.जी. कंपनी अनेक अनाथालयों को भी सहायता देती रहती है। एक व्यक्ति का सपना सिर्फ सपना है, लेकिन बहुत व्यक्तियों का सपना वास्तविकता बन सकता है।
चीन और कोरिया गणराज्य के बीच कूटनीतिक संबंध स्थापित किए जाने के बाद चीन में आए पहले खेप के विदेशी दोस्तों की ओर से श्री पार्क केन टाए ने कहा कि वे चीन में 20 साल से जीवन बिता रहे हैं। उन्होंने अपनी आखों से इन 20 सालों में चीन का विकास और परिवर्तन देखा है। उन्होंने कहा
रूपातंरण व खुलेद्वार की नीति लागू की जाने के बाद चीन का तेजी से विकास हुआ है। गत वर्ष पेइचिंग ने सफलता से ओलंपिक समारोह आयोजित किया। अब पेइचिंग कोरिया गणराज्य और जापान के शहरों के बराबर है। चीन के शहर भी अब तेजी से विकास कर रहे हैं।
श्री पार्क केन टाए के विचार में चीन सी.जी. कंपनी का अपना घर है। उन्हें अपने घर के परिजनों के लिए कर्तव्य निभाना पड़ता है। उन्होंने भविष्य में अपनी योजना का परिचय देते हुए कहा
सेवा-निवृत्त होने के बाद मैं कंपनी के सलाहकार का काम करूंगा। मैं युवाओं के विकास में मदद भी दूंगा।
अब श्री पार्क केन टाए की सब से बड़ी आशा है कि सी.जी. कंपनी चीन के आर्थिक विकास के साथ तेजी से विकास कर सकेगी। उन्हें आशा है कि वे इस मौके पर चीन और कोरिया गणराज्य के बीच आर्थिक व सांस्कृतिक आदान-प्रदान व सहयोग आगे बढ़ाने के लिए योगदान दे सकेंगे। उन्होंने चीनी भाषा में यह भी कहा
सी.जी. कंपनी आप लोगों की मदद का जरूर बदला देगी और चीनी लोगों के लिए स्वास्थ्य, और सुविधाओं की सेवा देगी।
अंत में श्री पार्क केन टाए ने हमें सी.जी. कंपनी का गीत भी सुनाया। जब आप अपनी आँखें खोलो, हम आप के पास हैं।
अच्छा श्रोता दोस्तो, विदेशी दोस्तों की निगाहों में चीन कार्यक्रम आज यहीं समाप्त होता है । अब पवन को आज्ञा दें, नमस्कार ।