श्रोता दोस्तो ,सोलहवां एशियाड 12 नवंबर से 27 नवंबर 2010 तक दक्षिण चीन के क्वांग चो शहर में आयोजित होगा ।इस एशियाड में कुल 42 खेलों की प्रतिस्पर्द्धा होगी ,जो एशियाड के इतिहास में सब से ज्यादा है ।क्वांग चो एशियाद के बाद दसवां एशियाई विकलांग खेल समारोह आयोजित होगा ।
क्वांग चो चीन में पेइचिंग के बाद एशियाड की मेजबानी प्राप्त करने वाला दूसरा शहर है और पहली बार एशियाड व विकलांग एशियाड एक साथ आयोजित करने वाला शहर होगा ।अब हम क्वांग चो के एशियाड के आवेदन के रास्ते की याद करेंगे ।
चीनी केंद्रीय सरकार की पुष्टि मिलने के बाद क्वांग चो ने 31 मार्च 2004 को एशियाई ऑलंपिक परिषद को एशियाड का आवेदन पत्र पेश किया ।क्वांग चो के अलावा उस समय वर्ष 2010 एशियाड का आवेदन करने वाले और तीन शहर हैं ।वे हैं ,दक्षिण कोरिया का सोल ,मलेशिया का क्वालालंपुर और जोर्डन का आमन ।
तरह तरह कारणों से दक्षिण कोरिया का सोल और जोर्डन का आमन अलग अलग तौर पर 24 व 31 मार्च 2004 को एशियाड का आवेदन करने से हट गया ।क्वालालंपुर ने एशियाई ऑलंपिक परिषद द्वारा एशियाड का मेजबान शहर तय करने के अंतिम क्षण में अपना आवेदन छोड दिया ।इस तरह क्वांग चो वर्ष 2010 सोलहवें एशियाड का आवेदन करने वाला एकमात्र शहर बन गया ।
1 जुलाई 2004 की रात को एशियाई ऑलंपिक परिषद के अध्यक्ष शेख अहमद सबाह ने एशियाई ऑलंपिक परिषद के 23वें पूर्णाधिवेश पर घोषणा की कि क्वांग चो को 16वें एशियाड की मेजबानी प्राप्त है ।इस घोषणा के साथ 2200 वर्ष से पुराना क्वांग चो शहर खुशियों के सागर में पडा ।
उस दिन की दृश्य की याद करते हुए बहुत क्वांग चो नागरिक अब तक उत्तेजक रहते हैं ।क्वांग चो वाले ल्यांग तुंग ने बताया कि एशियाड के आवेदन की सफलता से उन को बडा गर्व लगता है ।उन्होंने कहा ,आवेदन की सफलता थोडी अप्रत्याशित है ।क्योंकि लोगों ने पहले नहीं सोचा था कि सफलता पाना इतना आसान है ।पेइचिंग ऑलंपिक के आवेदन का रास्ता समतल नहीं है ।क्वांग चो ने पहली बार एशियाड का आवेदन किया ,तो वह सफल हुआ ।यह बडी खुशी की बात है ।इस के अलावा मुझे इस पर गर्व भी है ।क्वांग चो चीन का दक्षिण द्वार है ।चीन का सुधार व वैदेशिक खुलेपन सब से पहले इसी क्षेत्र में शुरू हुआ ।हम ने अब एशियाड के आवेदन की सफलता पायी , यह गौरवपूर्ण बात है ।
वर्ष 2010 एशियाड की मेजबानी प्राप्त करने से क्वांग चो की चतुर्मुखी शक्ति जाहिर हुई ।16वें क्वांग चो एशियाड की आयोजन समिति के उपमहासचिव कू शी यांग ने क्वांग चो के आवेदन काम में भाग लिया था ।उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया , सुधार व वैदेशिक खुलेपन की नीति लागू होने के बाद क्वांग चो का तेज आर्थिक विकास हुआ ।पूरे देश में क्वांग चो की आर्थिक शक्ति तीसरे स्थान पर है. क्वांग चो शहर ने सफलता से छठा और नौवां राष्ट्रीय खेल समारोह का आयोजन किया था ,जिस से जाहिर है कि उसे बडे खेल समारोह आयोजित करने का अनुभव व क्षमता है । क्वांग चो हर साल दो बार चीन आयात निर्यात माल मेला आयोजित करता है ,जिस ने क्वांग चो के होटल उद्योग व संबंधित उद्योगों के विकास को बढाव दियाहै ।क्वांग चो के ढांचागत संस्थापन भी अच्छे हैं और शहर का पर्यावरण निरंतर सुधरता जा रहा है ।कहा जा सकता है कि एशिया में क्वांग चो का प्रभाव व स्थान होता है ।
वर्ष 1987 में छठा राष्ट्रीय खेल समारोह आयोजित करने के बाद क्वांग चो ने एशियाड का आयोजन करने की इच्छा व्यक्त की थी ।पर मौका प्रौढ न होने के कारण केंद्रीय सरकार ने उस की प्रार्थना की पुष्टि नहीं की ।वर्ष 2002 में क्वांग चो के कुछ जन प्रतिनिधियों ने फिर एशियाड आयोजित करने का प्रस्ताव रखा ।कू शी यांग के विचार में एशियाड का आयोजन क्वांग चो के विकास को बढावा देगा ।उन्होंने कहा ,एशियाड के आवेदन व आयोजन से क्वांग चो के आधुनिकीकरण व अंतरराष्ट्रीयकरण में तेजी आएगी ,आर्थिक व सामाजिक विकास को बढावा मिलेगा ,शहर के ढांचागत संस्थापनों व पर्यावरण के निर्माण को मजबूती मिलेगी और सार्वजनिक व्यायाम आंदोलन व खेल उद्योग के विकास को प्रेरणा मिलेगा ।इस के अलावा एशियाड के आयोजन से अंतरराष्ट्रीय समुदाय में क्वांग चो का नाम बडा होगा और चतुर्मुखी प्रतिस्पर्द्धात्मक शक्ति बढ जाएगी ।
वर्ष 2010 एशियाड का आयोजन एशिया यहां तक कि पूरे विश्व को क्वांग चो की छवि दिखाने का सुअवसर होगा ।एशियाड की मेजबानी प्राप्त करने के बाद क्वांग चो ने आर्थिक विकास व शहर के निर्माण में सकारात्मक कदम उठाये ।इस के बारे में कू शी यांग ने बताया ,एशियाड के आवेदन में सफलता प्राप्त करने के बाद क्वांग चो ने एशियाड के स्टेडियमों की योजना ,शहर की यातायात योजना और शहर के पर्यावरण निर्माण की योजना बनाना शुरू किया ।वर्तमान स्थिति से देखा जाए क्वांग चो की तैयारी सुचारू रूप से चल रही है ।खासकर पेइचिंग ऑलंपिक के बाद हमारे काम में तेजी आयी है ।