पूरे देश में राष्ट्र की स्थापना की 60 वीं वर्षगांठ की घड़ी में दुनिया के विभिन्न जगहों के चीनियों और चीनी प्रवासियों ने भी मातृभूमि के साथ इसी दिन की खुशियां का आन्नद उठाया। उन्होने न केवल विशाल व शानदार सैन्य व जन परेड व रंग बिरंगी झांकिया देखी बल्कि इस मौके पर अनेक भरपूर व रंग बिरंगी गतिविधियों का आयोजन कर नए चीन की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ की खुशिया भी मनायी।
नए चीन की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में पेइचिंग के थ्येनआनमन चौक में विशाल व शानदार मिलीटरी परेड व रंग बिरंगी जन झांकियों की प्रदर्शनी प्रस्तुत की गयी। विशेषकर सैन्य परेड ने दुनिया की नजरों को खींचा हैं, समुद्रपार चीनियों व चीनी प्रवासियों को इस पर कहीं अधिक गौरव महसूस हुआ। बहुत से चीनियों और चीनी प्रवासियों ने टीवी के आगे बैठकर मातृभूमि की जनता के साथ सैन्य परेड का प्रचुर आन्नद उठाया। जर्मनी में रहने वाले चीनी प्रवासी ल्यो सू फांग व उसके पति ने स्थानीय समय आधी रात के एक बजे सैन्य परेड समारोह देखा। इसी दिन की शाम को उन्होने अपने अजीज दोस्तों को घर में बुलाकर रात्रि मनोरंजन मिलन समारोह का दिल खोल कर आन्नद उठाया। उन्होने कहा आधी रात को मैं और मेरे पति ने थ्येनआनमन चौक की सैन्य परेड को देखा। और अब हम अपने दोस्तों के साथ अपने घर में रात्रि मनोरंजन मिलन समारोह देख रहे हैं। मैं अपने देश की समृद्धि व ताकतवर पर बहुत गौरव महसूस करती हूं,मैं पूरे दिल से पूजा करती हूं कि मेरी महान मातृभूमि हमेशा फलती फूलती व समृद्धाशाली रहे।
बहुत से चीनियों व चीनी प्रवासियों ने सैन्य परेड को अनेक बार देखा तो भी दिल नहीं भरा। भारत में खाद्यपदार्थ व रेस्तारांट का धन्धा कर रहे चीनी प्रवासी छयो क्वो ल्यांग ने कहा कि सैन्य परेड व मातृभूमि की बढ़ती समृद्धी को देखा ,तो मेरी खुशियों का ठिकाना न रहा और मुझे बहुत गौरव महसूस हुआ। उन्होने हमें बताया आज की सैन्य परेड बहुत ही अच्छी है, वायु सेना , नौ सेना व थल सेना सभी बहुत ही अच्छे हैं, मुझे उन्हे देख कर बहुत खुशी हुई। मैं हाल ही में चीन गया और अपने गांव का दौरा किया, सचमुच आज के चीन की समृद्धीशाली मेरे सोच के बाहर ही रही, मेरी आशा है कि चीन और भारत के संबंध हमेशा मैत्रीपूर्ण मेल मिलाप बनाए रखेंगे , यह चीनियों और चीनी प्रवासियों के लिए बहुत लाभदायक है।
उधर पेइचिंग थ्येनआनमन चौक की दर्शक सीटों में इस बार चीन सरकार ने 200 से अधिक चीनियों व चीनी प्रवासियों को सैन्य परेड देखने के लिए आमंत्रित किया। जापान में दस साल तक रह रहे चीनी प्रवासी चू च्येन इंग तो दूसरी बार थ्येनआनमन की दर्शक सीट में बैठ रही हैं। 1999 में उन्होने नए चीन की 50वीं वर्षगांठ की गतिविधियों में भाग लिया था। उन्होने भाव विभोर होकर कहा दस साल पहले, केवल कुछ समय में ही चीन ने आर्थिक सुधार व खुलेपन नीति के आधार पर भारी प्रगित हासिल की, मैं तो इस पर बेहद खुश हूं। सच तो यह है कि दस साल पहले मैंने सोचा तक नहीं था कि दस साल बाद हमारे देश में इतना भारी परिवर्तन आएगा । हमारे देश में पिछले 60 सालों में राष्ट्र शक्ति व राष्ट्र प्रेम भावना के उभरते, पूरे देश की जनता के सुन्दर भविष्य को पूरी कोशिशों से पाने की तमन्ना व एकता की भावना इस राष्ट्रीय दिवस में पूरी तरह प्रतिबिंबित हुई है।
राष्ट्रीय दिवस की पूर्वबेला की 20 सितम्बर को ही अमरीका में रह रहे चीनी प्रवासियों व चीनियों ने पहली बार वाशिंगटन में पांच सितारा राष्ट्रीय लाल ध्वज फहराने की रस्म का आयोजन किया। व्हाईट हाउस के घास मैदान में हजारों चीनी प्रवासियों व चीनियों ने राष्ट्रीय गीत गाकर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। राष्ट्रीय ध्वज फहराने की रस्म के एक आयोजक, अमरीका वाशिंगटन डी सी क्षेत्र के चीनी मुख्यभूमि बन्धु सोसाइटी की अध्यक्ष हो श्याओ हुए ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज फहराना अमरीका में रह रहे सभी चीनियों के लिए विशेष महत्व रखता है। उन्होने कहा इस साल चीन लोक गणराज्य की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ हैं, हम बहुत पहले से एक भव्य गतिविधि का आयोजन करने पर सोच विचार कर रहे थे। राष्ट्रीय ध्वज फहराने की रस्म का आयोजन करना हमारी कई सालों की तमन्ना रही है, इस बार हमारी तमन्ना आखिर पूरी हो गयी। हम इस गतिविधि का आयोजन कर यह चाहते हैं कि अधिकाधिक अमरीकी चीन को समझ सकेंगे। चीनी संस्कृति हमारे प्राण का एक हिस्सा है, इसे कोई नाकार नहीं सकता है , न ही इसे मिटाया जा सकता है, क्योंकि इस में हमारी भावना शामिल हैं। हम आशा करते हैं कि चीनी और अमरीकी जनता एक दूसरे को अच्छी तरह समझ सकेगी और शान्ति को आगे बढ़ाएगी, यह हमारी दिल की सच्ची शुभकामनाएं हैं।
आस्ट्रेलिया के सिडनी में पहली बार आयोजित राष्ट्रीय ध्वज फहराने की रस्म में बहुत से चीनी प्रवासियों ने भाग लिया, इन में अपनी 90 साल आयु की मां को लिए इस रस्म में भाग लेने आए श्री ख्वांग ने बड़ी खुशी के साथ हमें बताया हमारे पूरे घर के सदस्य यहां आए हैं, मेरी मां की उम्र 90 वर्ष की हो चुकी है, मेरी पत्नी व मेरी बहन की उम्र भी 50 साल से अधिक हैं। हमें अपने देश के शक्तिशाली होने पर गर्व है, हम पूरी खुशी से अपनी मातृभूमि का समर्थन करते हैं।