इस साल चीन लोक गणराज्य की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है। पिछले 60 वर्षों में चीनी मोचर गाड़ी उद्योग ने विदेशी श्रेष्ठ अनुभव सीखते हुए स्वःअनुसंधान, स्व निर्माण व स्वतंत्र सृजन का विकास रास्ता तय किया। वर्तमान में चीनी मोटर गाड़ी उद्योग तेज गति से विकसित हो रहा है। आज के कार्यक्रम में हम आप लोगों को चीनी मोटर गाड़ी उद्योग के विकास के बारे में कुछ बताएंगे।
27 वर्षीय कंपनी कर्मचारी मा यू ल्यांग ने पिछले माह में अपनी एक कार खरीदी। उन्होंने खुशी के साथ कहाः
वर्तमान में चीन में कार खरीदना एक बहुत आम बात है। मुझे लगता है कि एक दो सालों की आय से कार खरीद सकता है। कार के सहारे आवाजाही और यात्रा बहुत सुविधाजनक है।
इधर वर्षों में मा यू ल्यांग जैसे निजी कार खरीदने वाले चीनी लोगों की संख्या उत्तरोत्तर बढ़ती चली गयी है। आंकड़ों के अनुसार वर्तमान चीन में निजी कार खरीदे लोगों की संख्या विश्व में 26वें स्थान पर है।
लेकिन 1949 में चीन लोक गणराज्य की स्थापना के समय लम्बे समय तक चले युद्ध के कारण चीनी अर्थतंत्र गतिरोध में फंसा हुआ था और मोटर वाहन उद्योग का नामोनिशान भी नहीं था । नए चीन की स्थापना के बाद सन् 1956 तक चीन का प्रथम मोटर गाड़ी निर्माण कारखाना की स्थापना हुई, जिससे चीनी मोटर वाहन उद्योग के विकास का नया युग शुरू हो गया।
1978 में चीन में खुलेपन व सुधार नीति लागू होने के बाद चीन में भारी परिवर्तन हुआ और आर्थिक फार्मुला योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था से बाजार अर्थव्यवस्था में बदला है, जिस से चीनी अर्थतंत्र के विकास में भारी जीवित शक्ति का संचार हुआ है। चीनी मोटर गाड़ी उद्योग का विकास भी और तेजी से शुरू हुआ। चीनी मोटर गाड़ी इंजीनियरिंग सोसाइटी के अध्यक्ष श्री जांग श्याओ यू ने याद करते हुए कहाः
1978 में हम ने सिर्फ 1 लाख 49 हजार मोटर वाहनों का उत्पादन किया था , लेकिन 30 सालों की निरंतर कोशिशों के बाद 2008 तक हम हर साल एक करोड़ मोटर गाड़ियों का उत्पादन कर सकते हैं। हमारा वाहन उत्पादन विश्व के दूसरे स्थान पर जा पहुंचा है।
खुलेपन व सुधार नीति गहन रूप से लागू होने के चलते चीनी बाजार की निहित बड़ी शक्ति कदम ब कदम उजागर हो जाती गयी है, जिस से बहुत से अंतर्राष्ट्रीय कार कारोबारों को आकर्षित किया गया है। जर्मन वोलक्सवागेन चीन में कारोबार खोले प्रथम खेप वाले अंतर्राष्ट्रीय कार निर्माताओं में से एक बना है। जर्मन वोलक्सवागेन के चीनी बाजार व्यापार विभाग के निर्देशक हू बाओ ने संवाददाता को बताया कि चीनी बाजार जर्मन वोलक्सवागेन के लिये अधिक ब अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। उन का कहना हैः
वर्तमान में जर्मन वोलक्सवागेन समूह के लिये चीनी बाजार अत्यन्त महत्वपूर्ण है और विश्व में चीन हमारा दूसरा बड़ा बाजार बना है। चीन जर्मन वोलक्सवागेन ब्रांड का विश्व में सब से बड़ा बाजार है।
अंतर्राष्ट्रीय वाहन निर्माता चीनी बाजार से मुनाफों का बंटवारा करते रहते हैं, इस के साथ ही साथ उन में तीव्र प्रतिस्पर्द्धा भी पैदा हुई है, जिस से चीनी मोटर वाहन उद्योग को भी तेज विकास करने में प्रेरणा मिली। सन् 2000 में चीन ने चीनी परिवारों को निजी कार खरीदने के लिए प्रोत्साहित करना शुरू किया। चीनी कार उद्योग की विदेशी कार उद्यमों के साथ संयुक्त पूंजी से कार निर्माण के फार्मुले की जगह चीनी स्वः निर्माण फार्मुले ने ले ली है।
चीनी परिवारों में निजी कारों के प्रवेश के आरंभिक काल में आयातित कारों का बाजार में बड़ा अनुपात था, लेकिन अब ऐसी स्थिति बदल गयी है। पेइचिंग में कारों के सब से बड़ा बिक्री बाजार यानी या यू छ्वन कार बिक्री बाजार के वाणिज्य व सूचना विभाग के प्रधान श्री क्वो युङ ने परिचय देते हुए कहाः
वर्तमान में आयातित कारों की बिक्री चीन की सालाना बिक्री का केवल 3 प्रतिशत भाग बनती है। अधिकांश कार संयुक्त पूंजी व स्वः निर्मित ब्रांड की हैं जिन में चीनी अपनी ब्रांड वाली कारों की बिक्री एक तिहाई बन गयी है ।
चीनी स्वः निर्मित ब्रांड वाले कारों ने न कवेल चीनी ग्राहकों की पसंद प्राप्त की, बल्कि विदेशी बाजार में भी बहुत लोकप्रिय है। 2007 और 2008 में निर्यातित चीनी कारों की संख्या अलग अलग तौर पर 6 लाख व 10 लाख पहुंची है। निर्याति चीनी निर्मित ब्रांडों में जी रिन, जीली, लीफान और बियाडी आदि कार निर्माताओं ने उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त की हैं। जीरिन कार लिमिटेड कंपनी के सहायक मैनेजर श्री जिन ग बो ने हमें बतायाः
जीरिन का निर्यात हर साल चीन के कार निर्यात का 50 प्रतिशत बनता है। गत साल उस ने 1 लाख 36 हजार कारों का निर्यात किया, जो देश के कार निर्माताओं में प्रथम स्थान पर रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि जिरिन ने 70 से अधिक विदेशों में अपने बिक्री नेटवर्क की स्थापना की है। इस साल के अंत तक वह विदेशों में 15 कारखानों की स्थापना के लक्ष्य को मुर्त रूप देने की कोशिश करेगा।
बाजार कोटा व निर्यात मात्रा निरंतर बढने के साथ साथ चीनी स्वः निर्मित ब्रांड वाले मोटर गाड़ी उद्यमों ने नयी ऊर्जा वाले मोटर वाहनों के अनुसंधान व विकास पर भी जोर लगाया। वर्तमान में चीन में ऊर्जा किफायत व पर्यावरण संरक्षण वाले मोटर वाहनों का औद्योगिकीकरण स्तर विश्व के विकसित देशों के बराबरा है।
गत साल में जिरिन की दो किस्मों के ऊर्जा किफायत व पर्यावरण संरक्षण वाले कारों ने पेइचिंग ऑलंपिक को सेवा प्रदान की थी। श्री जिन ग बो ने कहा कि जिरिन की ऊर्जा किफायत व पर्यावरण संरक्षण वाली कारों में मिश्रित पावर वाली कार, एवजी ऊर्जा कार व इंलेक्ट्रिक कार जैसी तीन किस्में शामिल हैं। वर्तमान में उन का सूभीते से विकास किया जा रहा है। उन्हों ने कहाः
वर्तमान तक हमारे मिश्रित पावर वाली कार का उत्पादन हो गया है और बाजार में उतारा भी गया है । इस साल के अंत में और अगले साल के आरंभ में हम मिश्रित पावर वाली कार की दूसरी किस्म की कारों का उत्पादन करेंगे। एवजी ऊर्जा कार के उत्पादन में तकनीकी क्षेत्रों में हमारे सामने खड़ी कठिनाइयों को दूर किया गया है।
जिरिन की तरह ऊर्जा किफायत व पर्यावरण संरक्षण वाले कारों के अनुसंधान पर ध्यान देने वाले बियाडी लिमिटेड कंपनी को इलेक्ट्रिक कार की विश्व में सब से श्रेष्ठ कूंजीभूत तकनीक प्राप्त है। कंपनी के पब्लिक मामला विभाग के मैनेजर श्यू एन ने हमारे संवाददाता को बताया कि इलेक्ट्रिक कारों के अनुंसधान में बियाडी को श्रेष्ठता प्राप्त होने के कारण अभी बहुत से प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय कारोबार बियाडी के साथ सहयोग करने की आशा करते हैं। उन्होंने कहाः
हम ने जर्मन वोलक्सवागेन के साथ ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। हम उस के साथ नयी ऊर्जा कारों के अनुसंधान क्षेत्र में कुछ सहयोग करेंगे। हम खुले रूख अपनाकर इन प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय कारोबारों के साथ आपसी लाभ के आधार पर सहयोग कर सकेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संकट की पृष्ठभूमि में चीन ने मोटर गाड़ी उद्योग का विकास करने का फैसला किया है, जिस में नयी ऊर्जा वाली कारों का विकास करना लोगों का ध्यानाकर्षण बन गया है।
विश्लेषकों का मानना है कि वर्तमान में चीनी मोटर गाड़ी उद्योग का तेज विकास हो रहा है और उस का भविष्य बहुत उज्जवल है। चीनी वाहन इंजीनियरिंग कमेटी के निर्देशक 60 वर्षीय श्री जांग श्याओ यू ने चीनी वाहन उद्योग के विकास पर चर्चा करते हुए कहाः
2020 तक चीनी मोटर वाहन उद्योग का उत्पादन विश्व में प्रथम स्थान पर रहेगा। उस समय चीन की कुल मोटर वाहन उत्पादन मात्रा 2 करोड़ से अधिक होगी। (रूपा)