मिकस्ट मार्शल आर्ट मार्शल आर्ट में एक तीव्र मुकाबले की इवेंट है ।मिकस्ट मार्शल आर्ट की प्रतियोगिता में खिलाडी मुक्केबाजी ,जूडो ,मुक्त कुश्ती व ताइ क्वांग तौ जैसे सभी इवेंटों की क्रियाओं व तकनीकों का इस्तेमाल कर सकता है ।इसलिए उसे फ्री मुकाबला व फ्री मुक्केबाजी कहा जाता है । इधर कुछ सालों में मिकस्ट मार्शल आर्ट का चीन में तेज विकास हुआ और बहुत ऊंचे स्तर वाले खिलाडी उभरे ।इस खेल में भाग लेने वाले अधिकांश खिलाडी पुरुष हैं ,पर कुछ महिला खिलाडी भी इस जबरदस्त मुकाबले वाले खेल में दिखाई देती हैं ।थांग चिन उन में से एक है ।
24 वर्षीय थांग चिन का जन्म उत्तर चीन के हारपिन शहर में हुआ ।देखने में वह एक पतली ,कोमल व बहुत सुंदर युवती है ।पर प्रतियोगिता में वह एक साहसी ,तेज व चतुर मार्शल आर्ट खिलाडी बन जाती है ।महिला 60 किलो वर्ग की मिकस्ट मार्शल आर्ट की स्पर्द्धाओं में उन की विजय दर 67 प्रतिशत है ।उल्लेखनीय बात यही है कि उन्होंने सिर्फ दो साल तक पेशेवर मार्शल आर्ट का अभ्यास किया ।उन्होंने हमारे संवाददाता बताया कि वे बचपन से मार्शल आर्ट की शौकीन थे ।एक पेशेवर मुक्केबाज बनना लंबे अरसे से उन का एक सपना रहा ।उन्होंने कहा ,बचपन से मैं एक मार्शल आर्ट खिलाडी बनना चाहती थी ।दसेक वर्ष की आयु में मैं अकसर कल्पना करती थी कि मैं प्राचीन समय में वापस लौट गयी और एक महिला कुंग फू मास्टर बन गयी ।उस समय मैं ने बहुत कुंग फू कहानियां पढीं ।
कुंग फू पुस्तकों के अलावा थांग चिन कुंग फू फिल्मों को भी बहुत प्रेम करती थीं ।पर स्कूल के समय थांग चिन को मार्शल आर्ट खिलाडी बनने का मौका नहीं मिला ।हाई स्कूल पूरा करने के बाद थांग चिन अपनी बडी बहन के साथ पेइचिंग आकर कपडों की बिजनेस करने लगी ।लगता था कि उन का जीवन मार्शल आर्ट से अलग हो गया ।पर पेइचिंग में थांग चिन ने अपना सपना नहीं छोडा ।जब उन के पास समय था ,तो उन्होंने दूसरों से पूछताछ करती रहीं कि कहां मार्शल आर्ट सिखाया जाती है ।एक बार उन्होंने सुना कि मास्टर ल्यू का विल बाक्सिंग में बडा नाम है ,तो मास्टर ल्यू के एक प्रशिक्षण क्साल में शामिल हुईं ।मास्टर ल्यू पेइचिंग मार्शल आर्ट संघ के विल बाक्सिंग अनुसंधान केंद्र के उपाध्यक्ष व चीनी विल बाक्सिंग के ग्रेट मास्टर ल्यू पू लेइ है ।अपने मास्टर के प्रशिक्षण व कठोर अभ्यास से थांग चिन का स्तर तेजी से उन्नत हुआ ।सिर्फ 1 साल के बाद यानी वर्ष 2008 में थांग चिन पेइचिंग रोंग डा यी शंग मुक्केबाज क्लब की पेशेवर खिलाडिन बन गयीं ।उन्होंने इस क्लब के साथ काम ठेके पर हस्ताक्षर किये ।
थांग चिन का पेशेवर मार्शल आर्ट प्रशिक्षण स्वीकार करने का समय लंबा नहीं है ।पर किसी के साथ मुकाबला करने में उन्होंने कभी हिम्मत नहीं छोडी ।उन्होंने कहा ,हर मैच से पहले मुझे थोडी नर्वस लगती है ,पर मैं कभी नहीं डरता ।जब प्रतियोगिता शुरू होती है ,मैं पूरी तरह प्रतियोगिता में संलग्न रहता हूं ।मेरी आंखों में सिर्फ प्रतिद्वंदी है ।मैं सिर्फ सोचता हूं कि मैं कैसे उन को पराजित करूं ।मेरी शक्ति खासा बडी है ।मुझे आत्मविश्वास भी है ।मैं अकसर सोचता हूं कि चाहे तुम कौन हो ,मैं सब से पहले तुम को तीन मुक्के मारूंगा ।
मजबूत चरित्र व आत्मविश्वास से महिला मिकस्ट मुक्केबाज में थांग चिन की प्रगति उल्लेखनीय रही ।चालू साल में आयोजित प्रथम अल्टिमेट मार्शल आर्ट कोमबेट्स में थांग चिन फाइनल मैच में दाखिल हुईं ।पर खेद की बात है कि वे हार गयीं ।वे रोती हुई मंच से चली गयी ।थांग चिन इस हार से नहीं कतरीं ।उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया ,किसी को हार नहीं पसंद ।इस बार मैं हार गयीं ,पर यह शायद अगली विजय की शुरूआत है ।मैं अपने का समायोजन करूंगा ।बाद में अधिक कोशिश करूंगा ।
अन्य युवतियों की तरह थांग चिन को वस्तु खरीदना व नाचना पसंद है ।पर उन के लिए मुक्त समय बहुत कम है ।हर दिन वे सात घंटे का अभ्यास करती हैं ।इस के अलावा वे रोज अभ्यास का डायरी भी लिखती हैं ।खेल मैदान पर अपने लक्ष्य की चर्चा करते हुए थांग चिन ने कहा कि वे सिर्फ हर मैच अच्छी तरह खेलना चाहती है और दर्शकों की तालियों व वाहवाही का आनंद उठाना चाहती है ।उन्होंने कहा ,अगर मैं ने पेशेवर प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया ,तो मुझ पर लोग ध्यान नहीं देते ।जब मैं मुक्केबाजी मंच पर खडी हूं ,तो टी वी दर्शकों समेत बहुत लोग मुझ पर कडी नजर रखते हैं । मैं ने अंतिम लक्ष्य पर ज्यादा नहीं सोचा ।अवश्य मैं विजय पाना चाहता हूं और अधिकाधिक खिताब जीतना चाहता हूं ।