उत्तर पश्चिमी चीन का शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश एक बहु जातीय बहुल क्षेत्र है, जिस में लगभग 60 प्रतिशत आबादी अल्पसंख्यक जाति के लोगों की है। यहां वेवुर जाति, हान जाति, कज्जाक जाति, ह्वेई जाति, मंगोलियाई जाति और कलकज जाति आदि 47 जातियां रहती हैं। चीन की 56 जातियों के बड़े परिवार के महत्वपूर्ण सदस्य होने के नाते, वे लोग सामन्जस्यपूर्ण रुप से एक साथ रहते हैं और समान रुप से विकास कर रहे हैं।
मैं इस मौके से लाभ उठा कर भविष्य में अपनी काऊंटी के किसानों की अच्छी तरह सेवा करूंगा। स्थानीय किसानों को गरीबी से छुटकारा दिलाने और समृद्धि प्राप्त करने में मैं अपना योगदान दूंगा।
उक्त बात दक्षिण शिनच्यांग के ह थ्यैई प्रिफेक्चर की ल्वोफू काऊंटी की युवा लीग के महा सचिव मेटुर्सुन इस्लाम ने कही। मेटुर्सुन इस्लाम एक 29 साल का युवक है, लेकिन, उस ने अनेक काम किये हैं। पहले वह एक टाईपिस्ट था। स्थानीय सरकार के प्रशिक्षण तथा अपने अपनी मेहनत से अब वह स्थानीय सरकार का एक कर्मचारी बन चुका है। अपना परिचय देते समय मेटुर्सुन इस्लाम ने बताया,
सरकार हम जैसी अल्पसंख्यक जातियों के कर्मचारियों के प्रशिक्षण को बड़ा महत्व देती है और हमें काम करने का मंच भी देती है। इस मंच के बिना हम अपनी क्षमता का प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं। सरकारी जातीय क्षेत्र की स्वशासन नीति के तहत, मैंने अनेक ज्ञान व अपेक्षाकृत समुन्नत तकनीक स्वीकार की है और चीनी भाषा भी सीखी है।
इधर के कई वर्षों में मेटुर्सुन इस्लाम ने अनेक बार शिनच्यांग के अपेक्षाकृत तेज़ आर्थिक विकास वाले क्षेत्र में प्रशिक्षण लिया और स्थानीय अनुभवों से सीखा है। इतना ही नहीं, स्थानीय सरकार ने उस की यथार्थ समस्याओं का समाधान करने में मदद दी, ताकि वह ध्यान से बाहर प्रशिक्षण ले सके।
जब मैं बाहर जाकर प्रशिक्षण ले रहा था, उस समय मेरे पिता का स्वास्थ्य अच्छा नहीं था। मेरी मां भी वृद्ध हो गयी है। घर में मेरी मां-बाप की देखभाल करने वाला कोई नहीं था। इसलिए, स्थानीय सरकार ने खासकर मेरी बड़ी बहन को गांव से काऊंटी में स्थानांतरित किया, ताकि मैं ध्यान से हामी में प्रशिक्षण ले सकूं।
जब मैं हामी जाता, तो मैं प्रशिक्षण की महत्ता नहीं जानता था। मेटुर्सुन इस्लाम ने बताया,
उस समय मेरी समझ में नहीं आता था कि इतने दूर के स्थल में दो वर्ष तक काम करने का क्या लाभ है। लेकिन, जब मैं वापस लौटा, तो पता लगा कि स्थिति भिन्न है। बाहर प्रशिक्षण लेने के बाद मेरा ज्ञान बढ़ा है। हमारे यहां के पिछड़ेपन को देखकर मैं अपनी कोशिश से इसे बदलना चाहता हूं।
मेटुर्सुन इस्लाम के परिचय के अनुसार, उस के साथ हामी में प्रशिक्षण लेने वाले युवा कर्मचारी ज्यादा थे। अब उन में से कुछ प्रिफेक्चर के नेता भी बन चुके हैं, जो शिनच्यांग के विभिन्न स्थलों में फैले हैं।
अब शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश में अल्पसंख्यक जातियों की संख्या 3 लाख 60 हजार तक पहुंच गई है, जो सभी सरकारी कर्मचारियों की कुल संख्या का लगभग आधा है। शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश की सरकार की स्थानीय विभिन्न काऊंटियों में अधिकांश नेता अल्पसंख्यक जातियों के कर्मचारी हैं। स्वायत प्रदेश के राजनीतिक, आर्थिक व सांस्कृतिक विभिन्न कार्यों में वे लोग बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं।
मेटुर्सुन इस्लाम के जन्मस्थान ह थ्यैई क्षेत्र में शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश की सब से ज्यादा अल्पसंख्यक जातियों की आबादी बसती है। ह थ्यैई की 96 प्रतिशत आबादी अल्पसंख्यक जाति के लोगों की है। इसलिए, यहां अल्पसंख्यक जातियों के कर्मचारियों का विकास पूरे शिनच्यांग के अल्पसंख्यक जातियों के कर्मचारियों के विकास की एक झलक है। ह थ्यैई प्रिफेक्चर के नेता चुराट इमीन ने संवाददाताओं को बताया कि 50 वर्ष पहले ह थ्यैई प्रिफेक्चर में केवल 1800 अल्पसंख्यक जातीय कर्मचारी थे। पिछले 50 से ज्यादा वर्षों के विकास के बाद स्थानीय अल्पसंख्यक जातीय कर्मचारियों की संख्या 30 हजार से ज्यादा हो गई है। कुल कर्मचारियों में अल्पसंख्यक जातीय कर्मचारियों की संख्या लगभग 80 प्रतिशत है। चुराट इमीन के अनुसार,
हमारे यहां अल्पसंख्यक जातियों के कर्मचारियों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है, जिस से यह जाहिर है कि अल्पसंख्यक जातियों की नीतियों को अच्छी तरह कार्यान्वित किया जा रहा है। स्थानीय सरकार ने अल्पसंख्यक जातियों के कर्मचारियों को भारी मदद दी है। अब ह थ्यैई समेत शिनच्यांग के विभिन्न स्थलों में अल्पसंख्यक जातियों की नीतियों का अच्छी तरह कार्यान्वयन किया जा रहा है। शिनच्यांग में अल्पसंख्यक जातियों की नीतियों ने हमें यथार्थ लाभ दिया है। चूंकि इन नीतियों ने हमारे अर्थतंत्र व राजनीति आदि विभिन्न क्षेत्रों के कल्याण को सुनिश्चित किया है।
जातीय क्षेत्रों में स्वशासन व्यवस्था चीनी व्यवस्था व कानून का प्रतिबिंब है। वर्ष 1949 में शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश की मुक्ति के बाद चीन सरकार ने सभी पुरानी व्यवस्थाओं को रद्द कर दिया और राजनीति में स्थानीय विभिन्न जातियों के बीच समानता, एकता व आपसी मदद के नये जातीय संबंधों की स्थापना भी की। वर्ष 1955 में शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश की स्थापना की गयी और जातीय क्षेत्र में स्वशासन व्यवस्था लागू की गयी। अब शिनच्यांग में स्थानीय अल्पसंख्यक जातियों के समान अधिकार व स्वशासन अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए चीन सरकार निरंतर अल्पसंख्यक जातियों के कर्मचारियों के प्रशिक्षण को मजबूत कर रही है। चीन सरकार ने अल्पसंख्यक जातियों के कर्मचारियों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम व लक्ष्य भी बनाया है। अब अल्पसंख्यक जातियों के कर्मचारियों का दल दिन ब दिन विस्तृत हो रहा है। अल्पसंख्यक जातियों की गुणवत्ता भी निरंतर बढ़ रही है। उन्होंने स्थानीय आर्थिक विकास एवं सामाजिक स्थिरता के लिए बहुत काम किया है।