उन्होंने कहा कि चीन में अनेक श्रेष्ठ वैज्ञानिक हैं, नशीली दवाओं और टीका विकास की क्षमता भी बढ़िया है। इसलिए नए वैश्विक स्वास्थ्य औषधि विकास केंद्र के स्थान के चुनाव में चीन की जीत कोई रहस्य नहीं है। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, पेइचिंग की सरकार और छिंगह्वा विश्वविद्यालय ने एक साथ इस केंद्र का निर्माण किया। औषधि के अध्ययन और विकास में बढ़ावा दिये जाने से विश्व स्वास्थ्य और मानव स्वास्थ्य की चुनौतियों का मुकाबला किया जाएगा।
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में बिल गेट्स ने अपनी अधिकांश संपत्ति अपने फाउंडेशन को दान कर दी। उनका विचार है कि अमीर और गरीब के बीच सीमाएं हैं, लेकिन स्थिरता और सुरक्षा की कोई सीमाएं नहीं है, गरीबी उन्मूलन एक वैश्विक चुनौती है।
उन्होंने कहा कि चीन ने अफ्रीका के विकास को दी जाने वाली मदद तीन गुना अधिक रहने का वचन दिया। यह समझदार कार्यवाही है। लंबे समय पहले चीन ने यह मान्यता दी कि गरीबी उन्मूलन के लिए अन्य देशों को मदद देने से विभिन्न देशों के लोगों को एक और स्थिर और सुरक्षित विश्व का निर्माण किया जाता है।
(वनिता)