ज्यादातर लोग अपना रोज़ का काम एम एस वर्ड, एक्सेल तथा पावर पाइंट पर करते है। हालाँकि एम एस विंडोज़ आधारित नेटबुक पर एम एस ऑफ़िस उपलब्ध है, पर अगर हम मुफ्त सॉफ्टवेयर जैसे ओपेन ऑफ़िस या गूगल डॉक्स का उपयोग करें तो एक तरफ़ हमारा काम भी हो जायेगा और दूसरी ओर हम एम एस ऑफिस के दाम तथा उसकी स्टोरेज और शक्ति की माँगों से भी बच जायेंगे।
नेटबुक का अगला मुख्य आकर्षण उसका छोटा होना है। वज़न में हल्का होने के कारण नेटबुक, कालेज के छात्रों और दौरे पर रहने वाले लोगों के लिये और भी उपयुक्त है।
भारत जैसे विकासशील देशों में एक बहुत बड़े जन समूह को कंप्यूटर तथा इन्टरनेट की उपलब्धता केवल नेटबुक के माध्यम से ही हो पा रही है। इसका कम दाम, लगातार बिजली की ज़रूरत न होना तथा एक चीज़ में सभी कुछ होना इसको ग्रामीण तथा निम्न मध्यमवर्गीय बाज़ारों में चला सकता है। हमें कोई आश्चर्य नहीं होगा अगर भविष्य में मोबाईल की तरह हर व्यक्ति के हाथ में एक नेटबुक भी हो।
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