गूनेटिल्लेके ने कहा कि हमारे दोनों देशों के बीच संबंध बहुत घनिष्ठ हैं। श्रीलंका को चीन के साथ मित्रवत संबंधों से बड़ा लाभ मिला है।
गूनेटिल्लेके ने चीन स्थित श्रीलंकाई राजदूत, संयुक्त राष्ट्र स्थित श्रीलंकाई राजदूत, अमेरिका स्थित श्रीलंकाई राजदूत, श्रीलंका के पर्यटन विकास ब्यूरो के अध्यक्ष का पद सँभाला था। वर्ष 2002 चीन स्थित श्रीलंकाई राजदूत के रूप में उन्होंने श्रीलंका की ओर से श्रीलंका में चीनी नागरिकों के पर्यटन करने के कदम के समझदारी मेमोरेंडम पर हस्ताक्षर किए थे, जिससे चीनी नागरिकों ने पर्यटन दल से श्रीलंका की यात्रा शुरुआत की। वर्ष 2016 श्रीलंका की यात्रा करने वाले चीनी पर्यटकों की संख्या 2 लाख 70 हजार तक पहुंची। अब भारत के साथ चीन श्रीलंका का दूसरा बड़ा पर्यटक स्रोत देश बन गया है। दस से अधिक साल के पर्यटन उद्योग के विकास को देखते हुए गूनेटिल्लेके ने कहा कि चीनी पर्यटक श्रीलंका के पर्यटन उद्योग को विकास में नई आशा लाते हैं।
उन्होंने कहा कि अधिकाधिक चीनी पर्यटक श्रीलंका की यात्रा करते हैं, जिससे श्रीलंका को अधिक व्यापार के अवसर मिले। हमें आशा है कि इस स्थिति का आगे और विकास होगा।
वर्ष 1948 में स्वतंत्रता के बाद अब तक श्रीलंका ने चीन के साथ बेहतर संबंध बनाए रखा है। द्विपक्षीय संबंधों का आधार बहुत मज़बूत है। गूनेटिल्लेके ने कहा कि पर्यटन उद्योग के सहयोग के अलावा श्रीलंका हमेशा से समुद्री सिल्क रोड पर एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। श्रीलंका सरकार शुरूआत से चीन के "एक पट्टी एक मार्ग" प्रस्ताव का पूरी तरह समर्थन करती है, क्योंकि इस प्रस्ताव से श्रीलंका को विकास का नया ठोस अवसर मिला है।