बोकोवा पेइचिंग में आयोजित होने वाले "एक पट्टी एक मार्ग" शिखर मंच की प्रतीक्षा कर रही हैं। वे इस बार के शिखर मंच में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के भाषण की प्रतीक्षा में हैं। इससे पहले यूनेस्को की यात्रा के दौरान और इस वर्ष जनवरी में दावोस मंच पर शी चिनफिंग द्वारा किए गए भाषण ने उन पर गहरी छाप छोड़ी है। उनको आशा है कि इस बारे के शिखर मंच में वे यूनेस्को की ओर से भाषण भी देंगी।
बोकोवा ने कहा कि हमारे लिये बिना समझ और वार्ता के व्यापारिक सहयोग और पूंजी निवेश करने की संभावना नहीं है। मेरे विचार में यह शी चिनफिंग द्वारा दी जाने वाली सूचना भी है। कुछ वर्ष पहले यूनेस्को की यात्रा के दौरान उन्होंने भाषण दिया और सिल्क रोड और पार सांस्कृतिक वार्ता के महत्व की चर्चा की थी। हमें एक सुरक्षित, शांतिपूर्ण, पार सांस्कृतिक दुनिया का निर्माण करना चाहिए। यह इस बार के शिखर मंच में यूनेस्को द्वारा किया जाने वाला योगदान है।
अंतिम बोकोवा ने एक चीनी शब्दों से "एक पट्टी एक मार्ग" प्रस्ताव पर उनकी समझ और इस बार के शिखर सम्मेलन पर उन्होंने अपनी उम्मीद व्यक्त की। उन्होंने कहा कि एक पेड़ से जंगल नहीं बन सकता और वाद्य यंत्र के एक तार से सुन्दर संगीत नहीं रचा जा सकता। उन्हें आशा है कि "एक पट्टी एक मार्ग" के शिखर मंच से और अधिक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को आगे बढ़ाया जाएगा, जिससे विश्व समृद्धि को मज़बूत किया जा सके।
(वनिता)