बोकोवा ने कहा कि सिल्क रोड चीन के शान शी प्रांत की राजधानी शी एन शहर से शुरू होकर मध्यपूर्व, यूरोप और अफ्रीका से जुड़कर कई सुन्दर क्षेत्रों तक फैला हुआ है। इस नज़रिये से देखा जा सकता है कि 2 हजार वर्ष पहले मानव जाति के पार सांस्कृतिक आवाजाही में बड़ी सफलता मिली थी। आज अगर हम अधिक समृद्धि, और घनिष्ठ अंतर्राष्ट्रीय संपर्क और लोगों के बीच और अच्छी समझ पाना चाहते हैं, तो प्राचीन समय में प्रसिद्ध हुए सिल्क रोड को एकबार फिर हमें उसी स्थिति में ले जाना होगा जहां से हम दूसरे देशों के साथ अपने व्यापारिक और सांस्कृतिक संपर्कों को फिर से जगा सकें।
बोकोवा के विचार में विश्व के सामने आतंकवाद और उग्रवाद का खतरा पैदा होने के समय में "एक पट्टी एक मार्ग" प्रस्ताव में अधिक सूचनाएं हैं।
उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव में आदान-प्रदान, विविधता, सांस्कृतिक वार्ता से संबंधित कई सूचनाएं शामिल हैं और यह प्रस्ताव समृद्धि और विकास से भी जुड़ा हुआ है। हाल ही में इसका बड़ा महत्व है, क्योंकि उग्रवाद फिर भी मौजूद है। विविधता पर हमारी राय से अलग होने की वजह से उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान के बामियान बुद्ध को नुकसान पहुंचाया। इस तरह की कार्यवाहियां इराक और सीरिया में की जा रही हैं। हमें लोगों को सही रूप से विविधता को समझने की कोशिश करनी चाहिए और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और बहु संस्कृतिवाद को समर्थन देने से हिंसक उग्रवाद को फैलने से रोकना चाहिए।
लम्बे समय से यूनेस्को हमेशा सांस्कृतिक विरासत और विविधता के संरक्षण के काम में जुटा रहा है। बोकोवा ने यूनेस्को के साथ गहन सहयोग में चीन द्वारा किये गए बड़े योगदान का उच्च मूल्यांकन किया। उन्होंने सांस्कृतिक विरासत और सांस्कृतिक विविधता के संरक्षण में किए गए समर्थन के लिए चीन के प्रति आभार जताया।