येरूशलम की चर्चा करते समय अनेक लोग इसे यहूदी धर्म, ईसाई धर्म एवं इस्लाम धर्म तीन धर्मों का पवित्र स्थल मानते हैं। लेकिन येरूशलम में गहरे धार्मिक रंग होने के अलावा वहां विविधतापूर्ण कृषि-आधारित मनोरंजन भी हैं। चूंकि येरूशलम में अनेक लोग यूरोप, अफ्रीका और मध्य पूर्व आदि विभिन्न देशों व जातियों से आये हैं, इसलिए यहां के कृषि-आधारित मनोरंजन भी रंग-बिरंगे हैं। पर्यटक न सिर्फ विभिन्न स्वाद वाले व्यंजनों को चखते हैं, बल्कि संगीत व कला आदि का अनुभव भी ले सकते हैं। पर्यटक कलाकारों से घनिष्ट संपर्क कर सकते हैं। और दिलचस्प बात यह है कि यहां कृषि-आधारित मनोरंजन की विचारधारा चीन के पेइचिंग के हूथोंग यात्रा से आया है। सुनिए संबंधित एक रिपोर्ट।
येरूशलम के उपनगर का यिनचीलिन गांव एक सुन्दर गांव है, जहां यमन से आये अनेक येहूदी प्रवासी रहते हैं। 60 वर्षीय दालिआ पुष्पों की पोशाक पहने हुए मेहमानों का सत्कार कर रही हैं। उनके पति यमन से आये येहूदी प्रवासी है, जो गिटार बजाने में निपुण हैं। उन्होंने अपने आँगन में कृषि-आधारित मनोरंजन का आयोजन किया। दालिआ ने कहा कि वे पैसों के लिए यह काम नहीं करती। वे चाहते हैं कि इससे ज्यादा से ज्यादा मित्रों से मिल सकेंगे। उनके घर में कुछ चीनी पर्यटक भी आते हैं। वे एक साथ खेती में काम करते हैं, खाना खाते हैं, गाते हैं और नाचते हैं। सब लोग बहुत खुश रहे हैं। "मुझे विश्व के विभिन्न स्थलों से आये लोग पसंद हैं। जब मैं छोटी थी, मेरी होलैंड की एक दोस्त थी। मैं इजराइल के बाहर की दुनिया को जानना चाहती हूं। मुझे भी बड़ी खुशी हुई है कि मित्र हमारे यहां आकर हमारी परम्परा व कहानियां जानना चाहते हैं। वे लोग कभी-कभार टीवी या अखबारों में हमारे बारे में कुछ जानकारी प्राप्त करते हैं। एक दिन वे लोग मेरे घर आएं, तो पता चलेगा कि यहां के लोग कितने अतिथि-सत्कार व मैत्रीपूर्ण हैं, यहां का खाना कितना स्वादिष्ट है। यहीं मेरे कृषि-आधारित मनोरंजन खोलने का मकसद है।"