किताबघर की लोकप्रियता और प्रतिष्ठा लगातार उन्नत होने के चलते अब रोज़ बहुत से यात्री और पाठक यहां आते रहते हैं। च्यांग शुन बहुत खुश हैं कि और अधिक युवा लोग किताबघर में आते हैं और किताब पढ़ते हैं।
"मुझे लगता है कि युवा लोग भी उन्नति करते हैं। शायद हम सोचते हैं कि वे कविता पर रुचि नहीं रखते या किताब पढ़ना पसंद नहीं करते, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। आजकल मैंने बहुत से काव्य संग्रह की बिक्री की है। बहुत से युवा लोग किसी पुस्तक को मांगने के लिए यहां भी आते हैं। जब मैंने उनसे किताब ख़रीदने का कारण पूछा, तब उन्होंने कहा कि वे इन किताबों को बहुत पसंद करते हैं। इस बात से मैं बहुत आश्चर्यचकित और प्रसन्न भी हूं।"
किताब पढ़ने की संस्कृति का विकास करना मोफ़ान शुचू नाम के किताबघर का उद्देश्य है। इसके संस्थापक च्यांग शुन के विचार में चाहे युग किसी दिशा में विकसित हो जाएं, पुराने समय की याद दिलाने वाला किताबघर और निर्माण पूरा होने वाला कला स्पेस उनके साथ किताब जारी रखने का सपना पूरा करेंगे।