तिब्बती चिकित्सक आंगच्वो इन्टरव्यू देते हुए
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश का आली प्रिफेक्चर विश्व में कम जनसंख्या वितरण वाला क्षेत्र कहा जा सकता है। करीब 1 लाख नागरिक 3 लाख 40 हज़ार वर्ग किलोमीटर की भूमि पर रहते हैं। विशाल भूमि में कम लोग रहने की वजह से स्थानीय नागरिकों खास कर किसानों और चरवाहों के लिए डॉक्टर की सेवा पाना एक मुश्किल काम है।
डॉक्टर आंग्च्वो का घर आली प्रिफेक्टर की काअर कांउटी के शीछ्वानहे कस्बे में स्थित लूमा गांव में बसा हुआ है। 41 साल पहले मीडिल स्कूल से स्नातक पास करने के बाद वह सरकार द्वारा चिकित्सक का काम निश्चित किया। उस समय तत्कालीन चीन की शिक्षा व्यवस्था संपूर्ण नहीं थी। आंग्च्वो और दूसरे व्यक्तियों को कई बार चिकित्सीय ज्ञान से संबंधित प्रशिक्षण पाने के बाद जन्मस्थान पर वापस भेजा गया। वह एक"नंगे पैर वाली डॉक्टर"बन गई। उस जमाने में"नंगे पैर वाली डॉक्टर"सरकारी वेतन नहीं दिए जाने और स्वयं किसान या मज़दूर होने वाली चिकित्सक थी।
वर्ष 1980 में 23 वर्षीय आंग्च्वो शादी करके लूमा गांव आ बसी। कुछ चिकित्सीय ज्ञान सीखने के कारण वह गांव में एक"नंगे पैर वाली डॉक्टर"बन गई। अगर गांववासी किसी बीमारी से पीडित हुए, तो उसे ज़रूर आंग्च्वो के घर जाना पड़ता था। अगर रोगी की स्थिति गंभीर हुई, तो आंग्च्वो रोगी के ही घर जाती थी।
चिकित्सीय कार्य करते हुए 30 से अधिक साल बीत चुके हैं। दस से ज्यादा साल पहले गांव में एक बच्चा जल गया था। आंग्च्वो को पैदल चलकर स्थानीय नदी को पार करके बच्चे के घर जाना था। एक बार किसी रोगी के इलाज में रक्त की आवश्यकता थी। लेकिन गांव में अनुकूल रक्त नहीं मिल सका था। आंग्च्वो ने खुद रक्त देकर रोगी का इलाज किया। स्थानीय वासियों के मन में डॉक्टर आंग्च्वो का चिकित्सीय स्तर अच्छा ही नहीं, उनकी चिकित्सीय नैतिकता भी बढ़िया है। वे डॉक्टर आंग्च्वो के प्रशंसक हैं। स्थानीय महिला छ्यांगपा यांगचङ डॉक्टर आंग्च्वो की प्रशंसक है। उसने आभार व्यक्त करते हुए कहा:"युवावस्था में किसी बीमारी की वजह से बार बार मेरा अपने आप गर्भपात हो जाता था जिससे मैं त्रस्त थी। एक बार गर्भ ठहरे हुए कई माह बीत चुके थे, मैं बच्चे का जन्म देने वाली थी। लेकिन इतने महीनों के गर्भधारण के बाद भी अचानक मेरा गर्भ गिर गया। उस समय मेरा जीवन निर्धनता से भरा हुआ था और जीवन स्थिति बहुत कठिन थी। शरीर को पोषण भी नहीं मिल पाता था। मै डॉक्टर आंग्च्वो की बहुत आभारी हूं जो उनके द्वारा की गई अच्छी देखभाल से मैं एक बार फिर गर्भवती हुई और अब मेरे पास दो बच्चे हैं।"