अमन बोहरा(बाएं) सीआरआई संवाददाता के साथ
नेपाली भाई अमन बोहरा की दुकान तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के आली प्रिफेक्चर की पुरांग कांउटी स्थित सीमा व्यापार बाज़ार में बसी हुई है। बाज़ार में दूसरी दुकानों के बराबर अमन की दुकान में नेपाली मिठाई, ब्राउन शूगर, रेडियो सेट, लकड़ी से बने हुए कटोरे, रसोई के लिए उपकरण, कॉफ़ी, प्रार्थना करने के लिए इस्तेमाल में लाए जाने वाले मोती और मेकअप की वस्तुएं शामिल हैं। अमन दूसरे दुकानदारों से अलग है क्योंकि वो धाराप्रवाह अंग्रेज़ी बोलता है। वह ग्राहकों के साथ बातचीत करते हुए शीघ्र ही मित्रवत हो जाता है। पूछे जाने पर पता लगा कि अमन यूरोप में पढ़ा था और उसने मास्टर्स की डिग्री हासिल की है।
"मेरा नाम अमन बोहरा है। मैं 32 वर्ष का हूँ और पश्चिम नेपाल स्थित छांग्रू गांव से आता हूँ। जो पुरांग कांउटी के सीमा व्यापार बाज़ार से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हम घोड़े पर माल लादकर पैदल यहां व्यापार करने आते हैं। मुझे याद है कि पिछली बार यहां आने के वक्त हमें बर्फ से बहुत परेशानी हुई थी। रास्ता बहुत खतरनाक था और हम मुश्किल से यहां आते थे।"
पुरांग कांउटी तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के आली प्रिफेक्चर के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित है। इस कांउटी में 414 किलोमीटर की सीमा रेखा मौजूद है। पुरांग कांउटी नेपाल और भारत से नज़दीक है, जो सीमा व्यापार के लिए अच्छा स्थान है। इस बाज़ार ने बड़ी संख्या में भारतीय और नेपाली व्यापारियों को आकृष्ट किया है। अमन ने कहा कि उसका परिवार तिब्बत में सीमा व्यापार करते हुए 50 साल हो गए हैं। इसे पीढ़ी दर पीढ़ी विकसित होने वाला व्यापार माना जा सकता है। लेकिन अमन खुद सीमा व्यापार करने वाले नये व्यापारी है। अमन ने कहा:"मेरे परिजन करीब 50 सालों से यहां सीमा व्यापार करते रहे हैं। पहले यह मेरे दादा का व्यापार था। फिर मेरे पिता का। पिता जी के निधन के बाद मेरी मां ने उनका स्थान लेकर व्यापार शुरु किया। इसके बाद मेरी बड़ी बहन ने। हमारे पास दूसरा काम करने का कोई विकल्प नहीं था। वास्तव में हमारे परिवार के सदस्यों को सीमा व्यापार करना पसंद है। अब मैं इस क्षेत्र में नई पीढ़ी का व्यापारी हूँ, जो व्यापार करना सीख रहा है। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में और चीन के भीतरी इलाके में वाणिज्यिक वातावरण के प्रति मेरे पास अधिक जानकारी नहीं है। मुझे और अधिक सीखने की जरूरत है।"