नेपाली व्यापारी सौदा करते हुए
अमन बोहरा ने अंडर ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट स्तर की शिक्षा यूरोप में पूरी की है, पोस्टग्रेजुएट कोर्स ग्रामीण विकास से संबंधित था। यह कोर्स पढ़ने से नेपाल में अपना विकास करना अमन के लिए आसान होगा। लेकिन नेपाल में रोज़गार के अवसर कम होने की वजह से अमन अपनी पढ़ाई छोड़कर परिजनों के साथ सीमा व्यापार करने तिब्बत आए। इसकी चर्चा करते हुए नेपाली भाई अमन बोहरा ने कहा:"डेनमार्क में मैंने अंडर ग्रेजुएट की पढ़ाई पूरी की। मास्टर डिग्री के लिए मैंने ग्रामीण विकास वाला कोर्स किया। पहले मैं डेनमार्क के विश्वविद्यालय में पढ़ा था और फिर मैं नॉर्वे में पोस्टग्रेजुएशन किया। नॉर्वे में मैं 6 साल तक रहा था। नेपाल में नौकरी पाना मुश्किल है। मैंने कई प्रकार का काम किया है। अब मैं बड़ी बहन की सहायता के लिए यहां व्यापार करने आया हूँ।"
वर्ष 2014 में अमन नेपाल से पुरांग कांउटी में एक महीने तक ठहरा। वर्ष 2015 में वह एक बार फिर पुरांग के सीमा व्यापार बाज़ार आया। पुरांग कांउटी के स्थानीय मौसम की अमन को आदत नहीं थी। लेकिन वह फिर भी यहां ठहरता रहा है। उसने कहा कि अब उसके लिए सबसे फौरी बात भाषा सीखना है। अमन का कहना है:"हमारे और स्थानीय लोगों के बीच संबंध बहुत अच्छे हैं। हम परिवार के सदस्य जैसे हैं। कभी-कभी साथ-साथ खाते हैं। कुछ समय से सुनते सुनते मुझे भी तिब्बती भाषा आने लगी है। लेकिन अभी मैं इसे बोल नहीं सकता। यह व्यापार करना में मेरे लिए कठिन बात है। स्थानीय तिब्बती लोगों को अंग्रेज़ी नहीं आती। मुझे तो तिब्बती भाषा और चीनी हान भाषा नहीं आती। इस वर्ष मैं काठमांडू में चीनी भाषा सीखना चाहूंगा। वर्तमान में सीमा व्यापार के लिए चीनी भाषा सीखना मेरे लिए सबसे फौरी बात है।"