चीनी राजकीय राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय समिति के सदस्य के नाते सुन पिंग ने बहुत काम किये। वर्ष 2003 उन्होंने मिडिल और प्राइमरी स्कूल में पेइचिंग ऑपेरा के प्रचार के बारे में एक प्रस्ताव पेश किया था। वर्ष 2008 में संबंधित सरकरी विभाग ने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लागू किया। इस समय पेइचिंग ओपेरा नौ वर्ष अनिवार्य शिक्षा की संगीत कक्षा का विषय बन चुका है। कई स्कूलों में बच्चों को पेइचिंग ऑपेरा सिखाया जाता है। बच्चे स्कूल में कुछ न कुछ पेइचिंग ऑपेरा की जानकारी सीखते हैं।
कला की राष्ट्रीय सीमा नहीं है। पेइचिंग ऑपेरा विश्व की कला भी है। सुन पिंग ने जापान, अमेरिका और हंगरी समेत कई देशों में पेइचिंग ऑपेरा में अभिनय किया था। उन्होंने कहा कि बहुत विदेशी दोस्त पेइचिंग ऑपेरा देखना पसंद करते हैं। उन्होंने कहा,विदेशों में चीनी संस्कृति के प्रचार के लिए पेइचिंग ऑपेरा अहम भूमिका निभाता है। क्योंकि पेइचिंग ऑपेरा का स्पष्ट प्रतीक है और बड़ी विशिष्टता भी। लोग नयी चीज़ देखना चाहते हैं। पेइचिंग ऑपेरा विदेशी लोगों के लिए एकदम नयी चीज़ है और चीन की परंपरा का प्रतिनिधि भी। पेइचिंग ऑपेरा की सुंदरता समय और काल को पार करती है।