हमारे संवाददाता ने दूसरे रहस्य के बारे में पूछा कि क्यों पोताला महल में कचरे जमा हुए हैं? इसके जवाब में श्री तिन छांगजंग ने कहा कि पोताला में सचुमच कचरे इकट्ठा हुए हैं। बौद्ध अनुयाइयों की नजर में पोताला पवित्र है और उसका जरा भी अपमान सहन नहीं किया जा सकता है। लेकिन हकीकत यह है कि इस पवित्र महल में ढेर-सारे कचरे पाए गए। पिछली सदी के 80 वाले दशक में जब इस महल के जीर्णाद्धार पर पहले चरण का काम हो रहा था, वहां तैनात कार्यकर्ताओं ने कचरे पाए थे। संबद्ध रिकार्ड के अनुसार 5 टन वज़न वाले 10 से अधिक वाहनों ने इन कचरों को दूसरे क्षेत्र शिफ्ट किया था। जांच-पड़ताल से पता चला कि ये कचरे सैकड़ों वर्षों से ज्यादा पुराने हैं। उनमें से ज्यादातर महल के निर्माण एंव पुन-निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों के बचे-खुचे टुकड़े हैं। कुछ कचरे तो महल के गोदाम में पाए गए थे। क्यों गोदाम में यह चीज रखी गई? इस का स्थानीय तिब्बतियों के जीवनशैली से संबंध है। स्थानीय तिब्बतियों का मानना है कि पोताला महल बौद्धधर्म का तीर्थ स्थल है। उससे संबद्ध सभी वस्तुएं भी पवित्र हैं। कचरे उन वस्तुओं में शामिल हैं, उन्हें छोड़ना पाप है। इसलिए इन कचरों को गोदाम में रखा गया था।
दिलचस्प बात है कि इन कचरों में कुछ मूल्यवान प्राचीन कलात्मक चीजें और कीमती पत्थर जैसे मूंगा, फ़िरोज़ा और चाँदी के सिक्के भी शामिल हैं।
तीसरा रहस्य क्या है ? लम्बे सयम से एक कहानी लोगों में प्रचलित है कि पोताला महल के नीचे एक और महल है, जिसमें तरह-तरह के धन-दौलत एवं मूल्यवान पुस्तकें सुरक्षित हैं। यहाँ तक कहा गया है कि यह भूमिगत महल बिलकुल भुलभूलाये की तरह है। हमारे संवाददाता ने श्री तिन छोगजंन से इसके बारे में सवाल पूछा। जवाब में श्री तिन ने भूमिगत महल होने की बात को सरासर ठुकरा दिया और कहा कि कथिक भूमिगत महल वास्तव में पोताला की बुनियाद है। पहाड़ के साथ-साथ बनने की वजह से पाताला महल की बुनियाद साधारण मकानों की बुनियाद से अलग है। महल की बुनियाद कई भागों में बंटी है। बुनियाद की कुछ जगह अत्यंत संकरी हैं। उसमें व्यक्तियों का चलना तो दूर, चीजें रखने की गुजाइश भी नहीं है। जो कीमती चीजें लोगों ने कहीं, वे सचमुच मौजूद हैं। लेकिन वे सब के सब पोताला महल में सुरक्षित हैं, न कि कथित भूमिगत महल में। इन चीजों में भित्तिचित्र, मिनी बौद्ध स्तूप, मूर्तियां और तिब्बती ललितकला से बने थंका, ताड़-पत्र सूत्र ,कानचूर सूत्र, सोने और चाँदी के पात्र, चीनी मिट्टी के बर्तन और जेड के आभूषण वगैरह शामिल हैं।