इससे पहले की एक बैठक में चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने घोषणा की कि चीन 2017 ब्रिक्स देशों का अध्यक्ष देश बनेगा और अगले साल के सितंबर माह में चीन के फूच्येन श्यामन में ब्रिक्स देशों के नेताओं की 9वीं भेंटवार्ता का आयोजन करेगा। शी चिनफिंग ने जोर दिया कि चीन विभिन्न सदस्य देशों के साथ पहले की भेंटवार्ताओं में प्राप्त सहमतियों का कार्यान्वयन करके साझेदारी संबंधों को गहन करने को तैयार है। बैठक में उपस्थित विभिन्न देशों के नेताओं ने कहा कि वे श्यामन भेंटवार्ता के आयोजन के लिए चीन का पूरा समर्थन करेंगे।
भेंटवार्ता के बाद पाँच देशों के नेताओं ने एक साथ ब्रिक्स देशों के कृषि अनुसंधान प्लेटफार्म के समझौता ज्ञापन, ब्रिक्स देशों की कस्टम सहयोग कमेटी के चार्टर और ब्रिक्स देशों के राजनयिक अकादमी के सहयोग ज्ञापन आदि सहयोग दस्तावेजों की हस्ताक्षर रस्म में भाग लिया और एक साथ पत्रकार सम्मेलन में भाग लिया।
भेंटवार्ता के बाद ब्रिक्स देशों के नेताओं की 8वीं भेंटवार्ता के गोवा घोषणा पत्र जारी किया।
चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 16 अक्तूबर को ब्रिक्स देशों के नेताओं और ब्रिक्स देशों की उद्योग व वाणिज्य परिषद के प्रतिनिधियों की वार्ता में भी भाग लिया। शी चिनफिंग ने अपने भाषण में कहा कि हाल में ब्रिक्स देशों के आर्थिक विकास की गति धीमी रही है और विकास के सामने नयी चुनौतियां आती हैं। साथ ही संसाधन, बाजार और श्रमिक आदि क्षेत्रों में ब्रिक्स देशों की निहित शक्ति और श्रेष्ठता में कोई बदलाव नहीं आया है। इसलिए विकास का उज्जवल भविषय रहा है। पिछले 10 सालों के विकास के बाद अब ब्रिक्स देशों का सहयोग नये दौर में प्रवेश हो चुका है। आशा है कि ब्रिक्स देशों के उद्योग व वाणिज्य जगत अवसर का लाभ उठाकर ब्रिक्स देशों के आर्थिक सहयोग को आगे बढ़ाएगा और समान विकास के उज्जवल भविष्य के लिए और बड़ा योगदान प्रदान कर सकेगा।