प्राचीन चीनी वास्तुशिल्प का महत्वपूर्ण हिस्साः मेहराब
2015-05-19 15:45:02 cri
मेहराब प्राचीन चीनी वास्तुशिल्प का महत्वपूर्ण हिस्सा है। ईंट व पत्थरों की इमारतों में इसका प्रचलन आम था। मेहराब के प्रयोग से वास्तु का विस्तार बढ़ जाता है और विभिन्न जरूरतों के अनुसार उसका रूपान्तर करना संभव होता है। रोम का प्राचीन वास्तुशिल्प मेहराब के लिए प्रसिद्ध है। कुछ अति प्रसिद्ध वास्तुओं में स्मारक भवन, कराकाला के स्नानगृह, कोलोसियम की ड्योढ़ी और रोमन जलसेतु उल्लेखनीय हैं।
चीन में मेहराब का प्रयोग हान राजवंश(206ई.पू.-220 ई.) में प्रचलित हुआ, लगभग इसी समय रोम में भी इसका प्रयोग आम हुआ था। पर चीनी वास्तुशिल्प में मेहराबों का प्रयोग स्मारकों में न होकर मुख्यतः ताबूत कक्ष या नाली जैसे भूमिगत निर्माणों के लिए होता था।