एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग संगठन (एपेक) का उद्योग व वाणिज्य शिखर सम्मेलन 9 नवंबर को पेइचिंग में आयोजित हुआ। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनपिंग ने उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेकर चिरस्थाई विकास का अनुसरण कर एक साथ एशिया व प्रशांत क्षेत्र का सपना पूरा करो नामक भाषण दिया। शीचिनपिंग ने अपने भाषण में बल देकर कहा कि वर्तमान चीनी अर्थव्यवस्था में न्यू नार्मल यानी नयी सामान्य स्थिति नजर आ रही है, जो चीन के विकास के लिए एक नया मौका लाएगा। चीन निरंतर सुधार को आगे बढाएगा। चीन का विकास एशिया प्रशांत और पूरे विश्व के लिए बड़े पैमाने पर अवसर और लाभ लाएगा।
शी चिनपिंग ने अपने भाषण में कहा कि विश्व परिस्थिति में एशिया और प्रशांत क्षेत्र का स्थान उन्नत हो रहा है। हमें इस क्षेत्र की जनता के लिए एशिया और प्रशांत सपना पूरा करने की जिम्मेदारी है। यह सपना तो ऐसा है कि हम एशिया-प्रशांत क्षेत्र की पारिवारिक भावना और एक ही किस्मत की चेतना पर कायम रहकर एक साथ समृद्धि और प्रगति करेंगे, विश्व विकास के आम रूझान का नेतृत्व कर मानव कल्याण के लिए अधिक बड़ा योगदान देंगे, अर्थव्यवस्था अधिक जीवंत और व्यापार अधिक मुक्त बनाएंगे, पूंजी निवेश अधिक सरल बनाएंगे और रास्ता अधिक सुगम करेंगे, जन संपर्क अधिक घनिष्ठ होंगे और जनता को अधिक संतुष्टि और खुशहाली जीवन दिलाएंगे। हमें इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अधिक बड़ी कोशिश करनी चाहिए। हमें पारस्परिक विश्वास, समावेश, सहयोग और साझा विजय वाली एशिया प्रशांत साझेदारी का निर्माण करना, मिलकर एशिया प्रशांत क्षेत्र की खुली आर्थिक स्थिति तैयार करना, आर्थिक विकास की नयी इंजन ढूंढना और चौतरफा तौर पर पारस्परिक संपर्क का खाका बनाना चाहिए ।
चीन के न्यू नार्मल आर्थिक स्थिति की चर्चा करते हुए शी चिनपिंग ने कहा कि न्यू नार्मल स्थिति में चीनी आर्थिक विकास अधिक स्थिर होगा, विकास के इंजन अधिक विविध होंगे, चीनी आर्थिक ढाँचे का सुधार होगा और विकास का भविष्य अधिक स्थिर होगा। न्यू नार्मल स्थिति चीन के लिए विकास का नया मौका लाएगा। नयी स्थिति से मेल खाने की कुंजी सुधार बढ़ाना है। हमें सुधार गहराकर बाजार में निहित जीवंत शक्ति छुड़ाएंगे, सृजन के लिए मार्ग प्रशस्त करेंगे, वैदेशिक खुलेपन का स्तर उन्नत करेंगे और जन कल्याण तथा सामाजिक न्याय बढाएंगे।
शी चिनपिंग ने बताया कि चीनी अर्थव्यवस्था और विश्व अर्थव्यवस्था का पारस्परिक संपर्क और निर्भरता बढ़ रही है। चतुर्मुखी राष्ट्रीय शक्ति की उन्नति के साथ चीन के पास एशिया प्रशांत क्षेत्र और विश्व को अधिक सार्वजनिक उत्पाद प्रदान करने की क्षमता है और इच्छा भी। चीन एशिया व प्रशांत क्षेत्र के लोगों का चीनी सुधार, खुलेपन और आधुनिकीकरण में भाग लेने का स्वागत करता है ताकि चीन के विकास से होने वाले लाभ को साझा किया जाए।
2014 एपेक उद्योग व वाणिज्य शिखर सम्मेलन का मुख्य विषय यही है कि एशिया व प्रशांत क्षेत्र की नयी आकांक्षा, सृजन, पारस्परिक संपर्क, विलाप, समृद्धि। एपेक के 21 आर्थिक समुदायों और अन्य 17 देशों व क्षेत्रों के 1500 से अधिक उद्योग व वाणिज्य जगत के प्रतिनिधियों ने इस शिखर सम्मेलन में भाग लिया।