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इधर के सालों में चीन और भारत के बीच सांस्कृतिक, आर्थिक व व्यापारिक और मानवीकी आवाजाही लगातार बढ़ती जा रही है। कुछ भारतीय व्यापारी व्यापार करने चीन आते हैं और कुछ चीनी व्यापारी पूंजी निवेश के लिए भारत जाते हैं। आज के इस कार्यक्रम में हम आपको मिलवाएंगे चीनी और भारतीय व्यापारियों से और जानेंगे उनकी कहानी और उनके सपने।
हर दिन सुबह दक्षिण चीन के क्वांगतोंग प्रांत की राजधानी क्वांगचो शहर बहुत व्यस्त रहता है। छोटे-बड़े मालों को या तो क्वांगचो बंदरगाह से विश्व के दूसरे कोनो तक पहुंचाया जाता है, या दुनिया भर के विभिन्न जगहों से आयात वस्तुओं को क्वांगचो से चीन के दूसरे शहरों तक पहुंचाया जाता है। यह क्वांगचो शहर का विशेष दृश्य है।"हज़ार वर्षों से व्यापारिक शहर"के नाम से मशहूर क्वांगचो दिन ब दिन देसी-विदेशी व्यापारियों को आकृषित करता है। वे यहां आकर अपने सपनों को साकार करने की कोशिश करते हैं।
राहुल गुप्ता इन व्यापारियों में से एक भारतीय व्यापारी है। वर्ष 2010 में वह भारत से क्वांगचो आया और एक विदेशी व्यापार का बिजनेस शुरू किया। क्वांगचोवासी सुबह की चाय पीना पसंद करते हैं। राहुल अकसर अपने यार-दोस्तों के साथ टी-शॉप जाकर एंजॉय करता है। चीन आने के बाद मात्र दो सालों में उसे क्वांगचो का जीवन रास आ गया। उसने कहा कि अवकाश के समय वह मित्रों के साथ टी-शॉप जाकर स्वादिष्ट चीनी व्यंजनों का आनंद लेता है।