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जी-20 हांगचो शिखर सम्मेलन से हैम्बर्ग को मिला अनुभव
जी-20 का हांगचो शिखर सम्मेलन 5 सितंबर को चीन में संपन्न हुआ। जी-20 का 12वां शिखर सम्मेलन वर्ष 2017 में जर्मनी के हैम्बर्ग में आयोजित होगा। वर्तमान शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद जर्मनी के उद्योग और वाणिज्य जगत के कई प्रतिनिधियों ने कहा कि हांगचो शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन से हैम्बर्ग को अनुभव मिला है।
चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने बी-20 समिट के उद्घाटन समारोह में कहा कि चीन विदेशी पूंजी के प्रवेश होने पर परिसीमन कम करेगा, सुविधा का स्तर उन्नत करेगा, संबंधित देशों के साथ मुक्त व्यापार और पूंजी समझौता संपन्न करने में तेज़ी लाएगा। यह वर्तमान शिखर सम्मेलन का महत्वपूर्ण विषय भी बन गया है। इसके बारे में वर्ष 2017 बी-20 समिट के संयुक्त उपाध्यक्ष, जर्मन नियोक्ता संघ के उपाध्यक्ष गेरहार्ड ब्राउन ने कहा कि अगले वर्ष जर्मनी में आयोजित होने वाले बी-20 शिखर सम्मेलन का विषय फिर भी व्यापार और पूंजी-निवेश के बारे में होगा।
"हमें स्वतंत्र व्यापार चाहिए, तो मुक्त व्यापार समझौता संपन्न करना है। ऐसे में प्रणाली की लागत कम होने के साथ साथ रोज़गार के और ज़्यादा अवसर पैदा होंगे। मुझे बड़ी खुशी है कि शी चिनफिंग ने अपने भाषण में उद्यमों के विकास में मौजूद संस्थागत बाधा दूर करने पर ज़ोर दिया। यह रोज़गार बाज़ार में उदारीकरण बढ़ाने के लिए लाभदायक है।"
जी-20 हांगचो शिखर सम्मेलन में वर्ष 2030 अनवरत विकास की प्रक्रिया कार्यांवित करने पर संयुक्त योजना बनाई गई। यह जी-20 शिखर सम्मेलन के इतिहास में पहली बार है। इस पर जर्मन बी-20 शिखर सम्मेलन की समन्वयक स्टॉर्मी अन्नीका मिल्दनेर ने कहा कि अनवरत विकास को जी-20 की दीर्घकालीन रणनीति में शामिल करना हांगचो शिखर सम्मेलन का एक बड़ा योगदान है।
"वैश्वीकरण से कई देशों को लाभ पहुंचा है, लेकिन कुछ अपवाद मौजूद हैं। इसलिए वैश्विक अर्थव्यवस्था की रचना में कुछ देशों को अपनी गति धीमी करनी पड़ती है, ताकि बाकी देशों को इसमें शामिल किया जा सके। अनवरत विकास का लक्ष्य बनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जी-20 के हांगचो शिखर सम्मेलन ने इसमें अहम भूमिका निभाई है। चीन ने अनवरत विकास के लक्ष्य को वर्तमान शिखर सम्मेलन की कार्यसूची में शामिल किया, जैसा कि विकासशील देशों की वित्त, बुनियादी संस्थापनों के निर्माण और ऊर्जा आदि के विकास में देरी होने पर सुझाव पेश किया गया। जर्मनी अवश्य ही अगले वर्ष के शिखर सम्मेलन में इन्हें महत्वपूर्ण कार्यसूची को जारी रखेगा।"