लिली- दोस्तों, आपको ऐसे दिल के बारे में मालूम है जो शरीर के बाहर करता है 'धक-धक'।
18 साल के अर्पित का दिल उसके जन्म से ही शरीर के बाहर है और आज भी अच्छे से धड़क रहा है.
दिल तो है दिल.. दिल का ऐतबार क्या किजे... जी हां, यहां आप भले यकीन नहीं करेंगे लेकिन सच यही है कि दिल हमारे शरीर के बाहर भी धड़क सकता है.
अहमदाबाद से करीब 40 किलोमीटर दूर छापरा गांव के 18 साल के अर्पित का दिल उसके जन्म से ही शरीर के बाहर है और आज भी अच्छे से धड़क रहा है.
लोग जब भी अर्पित से मिलते हैं उसका दिल धड़कते हुए देखने की मांग करते है, आज तक हमने साइंस में यही पढ़ा है कि दिल हमारे शरीर के अंदर होता है लेकिन अर्पित का दिल इस बात का गवाह है कि दिल बाहर भी हो सकता है और धड़क सकता है.
वहीं डॉक्टर्स की माने तो यह देश का पहला ऐसा मामला है, एक छोटे से गांव में किसान परिवार में जन्मे अर्पित ने अपने शारीरिक बनावट को लेकर पूरे मेडिकल जगत को हिला कर रख दिया है.
डॉक्टर दावा करते हैं कि आमतौर पर इस तरह के बच्चों कि मौत जन्म के कुछ समय बाद ही हो जाती है, लेकिन अर्पित बिल्कुल स्वस्थ्य है जो आश्चर्य में डालता है, दिल के शरीर से बाहर धड़कने के विकृत बनावट के बावजूद वो सामान्य व्यक्ति की तरह खेलता है और घर के सारे काम करता है.
अब इसे लोग चमत्कार कहे या अजीबो-गरीब का नाम दें, सच तो यही है कि दिल शरीर के बाहर भी धड़क सकता है.
लिली- चलिए दोस्तों, अभी हम सुनते हैं यह हिन्दी गाना... उसके बाद आपके ले चलेंगे हमारे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ...
अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।
लिली- एक 8 साल का लड़का जो अंग्रजी सीखने के बदले में टूरिस्टों को घुमाया करता था आगे चल कर चाइना का सबसे अमीर आदमी बना और किसी टूरिस्ट के द्वारा ही दिए गए नाम "जैक"से प्रसिद्द हुआ। Alibaba Group के फाउंडर जैक मा ने साबित कर दिया कि एक कम्युनिस्ट देश में भी एक entrepreneur सफल हो सकता है और करोड़ों लोगों की ज़िन्दगी बदल सकता है।
आइये इस ओडियो के माध्यम से हम इस महान visionary के कुछ अनमोल विचार जानते हैं।
अखिल- सही बात है दोस्तों, जैक मा ने सही कहा है कि युवा लोगों की मदद करो। छोटे लोगों की मदद करो। क्योंकि छोटे लोग बड़े होंगे। युवाओं के दिमाग में वो बीज होगा जो आप उनमे बोयेंगे, और जब वे बड़े होंगे, वे दुनिया बदल देंगे। इससे फर्क नहीं पड़ता कि पीछा कितना कठिन है, आपके पास हमेशा वो सपना होना चाहिए जो आपने पहले दिन देखा था। वो आपको प्रेरित रखेगा और (किसी कमजोर विचार से ) आपको बचाएगा।
लिली- चलिए, अब हम अखिल जी से सुनते हैं एक प्रेरक कहानी। कहानी का शीर्षक है चिड़िया का घोंसला