हान नाली या कहें हानक्वो नहर, जो छांडच्याडं और ह्वाएहो नदियों को जोड़ती है, चीन में मानव निर्मित सब से पुराना जल मार्ग है। ईसा पूर्व 486 में उत्तरी चीन के अन्य राज्यों पर अपना आधिपत्य स्थापित करने के लिए दक्षिण-पूर्व चीन में ऊ राज्य के राजा फ़ूछाए ने छाडंच्याडं और ह्वाएहो नदियों को काट कर उत्तर की तरफ़ जाने वाली एक नहर खोदने का आदेश दिया। बाद की शताब्दियों में यह एक सीधी, गहरी और चौड़ी नहर बनी तथा महानहर का एक अति सुगम नौगम्य भाग साबित हुई।
क्वाचओ का परिवर्तन
छाडंच्याडं नदी के उत्तरी किनारे के नज़दीक जहां यह महानहर से मिलती है, क्वाचओ या "तरबूज के आकार" का बालू-मैदान तीसरी शताब्दी में बना। नदी परिवहन की दृष्टि से यह एक व्यस्त और खतरनाक संकीर्ण मार्ग था। सुबह के समय बड़े-बड़े पोतों का आना जाना लगा रहता और रात को बहुसंख्यक नौकाएं नदी को पार करने के लिए पंक्तिबद्ध हो लंगर डालतीं, उनकी रोशनी शान्त पानी में जगमगाया करती। क्वाचओ के बारे में थाडं राजवंश के कवि पाए च्वीई ने लिखा है, "प्येन श्वेइ बहता है, सिश्वेइ बहूता है, दोनों ही क्वाचओ के प्राचीन नौघाट में जा मिलते हैं।" यह कविता उत्तर की एक स्त्री को लेकर लिखी गई है जिस का पति दक्षिण की यात्रा के दौरान खो जाता है।
गाद के जमाव से, क्वाचओ का आकार बढ़ता ही गया, और आठवीं शताब्दी में यह छाडंच्याडं नदी के उत्तरी किनारे से आ जुड़ा। महानहर के इस जोड़ पर जहां नदी लहरदार होकर घूमती है, एक चुनौतीपूर्ण नौयात्रा थी। नौयात्रा को सुरक्षित करने के लिए ईसवीं 738 में क्वाचओ और याडंचओ के बीच एक 1.25 किलोमीटर लम्बी नहर खोदी गई। इसके निर्माण के पांच वर्ष बाद थाडं राजवंश के प्रख्यात बौद्ध भिक्षु च्येन चन ने अपनी जापान तक की समुद्रयात्रा के लिए इसके किनारे के निकट एक जहाज का निर्माण करवाया। उन्होंने पांच बार समुद्र को पार करने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। ईसवीं 753 में उन्होंने छठी बार फिर प्रयास किया और इस बार अनेक विपत्तियों पर विजय पा वे अपने उद्देश्य में सफल रहे।
1768 में क्वाचओ की बालू-भूमि पर एक नगर स्थापित हुआ, और यह महानहर का मुख्य स्रोत बना। 1776 में छाडंच्याडं नदी उत्तर की तरफ़ मुड़ना शुरू हो गई। फलस्वरूप वेगवती नदी के लगातार भीषण प्रवाह से 19वीं शताब्दी के मध्य में क्वाचओ की नगर दीवार ढह गई और 1895 में संपूर्ण नगर इसमें जलमग्न हो गया।
वर्तमान क्वाचओ पुराने क्वाचओ के उत्तर की एक गोदी में विकसित है। 1975 में क्वाचओ पर एक वृहत जल नियंत्रण परियोजना का निर्माण किया गया, जिस में जलद्वार, एक पावर स्टेशन, पोत बांध, पंपिंग स्टेशन तथा मछलियों के प्रवसन के लिए जलमार्ग शामिल हैं।