Web  hindi.cri.cn
इस्लाम का निबंध (पश्चिमी बंगाल)
2013-08-29 16:06:02
चीनी राजधानी पेइचिंग केँद्र मेँ एक भव्य व रहस्यमय प्राचीन खड़ा है । यह विश्वविख्यात निषिद्ध नगर यानी प्राचीन शाही प्राचीन है। पेइचिंग का प्राचीन शाही प्रासाद चीन केसुरक्षित प्राचीन राज महलोँ सब से शेनदार ही नही,बल्कि वर्तमान विश्व मेँ सुरक्षित सब से बड़े पैमाने वाला काष्ठ वास्तुसमूह भी है।

 

पेइचिंग का प्राचीन शाही प्रासाद वर्ष 1406 मेँ यानी चीन के मिल राजवंश के दुसये सम्राट जु डी के आज्ञा पर निर्मित किया गया था,इस निर्मान मेँ कुल 14 साल लगा। वर्ष 1911 मेँ चीन के अंतिम राजवंश छिन की शमाप्त तक कुल 24 सम्राट यहाँ रहते और शासन करते रहे थे।

 

प्राचीन शाही प्रासाद के क्षेत्तफल 7 लाख 20 हजार वर्गमीटर है उस के दक्षिण से उत्तर तक की लम्वाई लगभग 1000 मीटर है, जबकि पूर्व से पश्चिम के बीच चौड़ाई करीब आठ सौ मोटर। महल की चारोँ और 10 मीटर से ज्यादा उंची दोवार खड़ी है और दीवार बाहर 50 मीटर चौड़ी नदी चारोँ ओर महल की रक्षा कराती है। प्राचीन शाही प्रासाद सामतवादी राजवंश के मानसिक व राजनीतिक व्यवस्या के अनुरुप बनाया गया है,उस की शौली,रंग आकार और महले की सजावट सभी सम्राट के अद्वीतीय अधिकार का प्रतिबिंब करते थे प्राचीन शाही प्रासाद मेँ तीन प्रमुख महल सब से उल्लेखनीय है,उन नाम है थाई होत्येन महल ,चोँग होत्येन महल और बाओ होत्येन महल।ये सम्राटोँ के शासन और महत्वपूर्ण रस्मोँ के आयोजन के मुख्य स्थान थे।थाई होत्येन महल प्राचीन शाही प्रासाद का केंद्र है, सम्राट का सिंहासन इसी महल मेँ रखा गया है, यह महल प्राचीन शाही प्रासाद के सभी पकँनोँ मेँ सब से शानदार है।

 

30 हजार वर्गमीटर वाले चौक के सामने खड़ा थाई होत्येन महल आठ मीटर उंचे संगमरमर के शिलाधार पर बड़ा आलीशन नजर आता है। महल की लम्बाई 40 मीटर है, वह प्राचीन शाही प्रासाद के सब से उंच्चा महल भी है। चीनी संस्कृति मेँ ईगन सम्राट का प्रतीक माना जाता था और सम्राट को ड्रेगन का अवतार कहा जाता था, इस लिए थाई होत्येन महल की सजावट मेँ ड्रेगन के चित्र और मुर्तियाँ बहुत ज्यादा देखने को मिलते है, जिन की संख्या कुल मिलाकर 13 हजार है।

 

पेइचिंग के प्राचीन शाही प्रासाद मेँ मकानोँ की संख्या अनगिनत है,अनुमान है कि यहां कुल 9999 कमरेँ हैँ। प्राचीन समय मेँ लोगोँ की मान्यता थी का स्वर्ग लोक मेँ कुल दस हजार ज्यादा मकानोँ मेँ नहीं रहना चाहिए, इस लिए प्राचीन शाही प्रासाद के मकान स्वर्ग लोक के मकानोँ से एक मकान कम बनाए गए । प्राचीन शाही प्रासाद के मकान अधिकतर लकड़ी से बनाए गए है , इस लिए यहां अग्नि प्रासाद के मकान अधिकतर लकड़ी से फनाए गए है, इस लिए यसां अग्नि की रोकथाम ज्यादा महत्वपूर्ण है। चीनी प्राचीन वास्तुकारोँ ने इस समस्या पर बड़ा ध्यान दिया । इस विशाल महल समूह के विभिन्न कोनोँ मेँ कुल 308 बड़े बड़े कांस्य कुंड रखै गए थे, जिन मेँ वर्ष का पानी भरा हुआ था, जो अग्नि के शमन के लिए काम आता था ।

 

पेइचिंग का प्राचीन शाही प्रासाद वर्तमान विश्व मेँ सुर क्षित प्राचीन महलोँ मेँ सब से बड़ा और पूर्ण काष्ठ वास्तु निर्माण समूह है। ऐतिहासिक ग्रंथोँ के अनुसार इस महल के निर्माण मेँ मिन राजवंश ने कुल एक लाख मजदूरोँ और दस लाख गुलामोँ की शक्ति लगाई थी और महल के रिए सभी सामग्री देश की विभिन्न जगहोँ से लायी गई, यहां तक कि राजधानी पेइचिंग से हजारोँ किलोबीटर दुर सीमांत क्षेत्र यून प्रांत से भी लकड़ी लायी थी। प्राचीन शाही प्रासाद के बाओ होत्येन महल के पीछे के भाग मेँ 50 से ज्यादा वर्ग मीटर क्षेत्रफल और 300 टन भारी एक विशाल पत्थर जड़ित है,जिस पर पहाड़,समुद्री लहरेँ,बादल और नौ ड्रेगन खोदे गए है।यह प्राचीन शाही प्रासाद के पत्थर तराश के सब से बड़ा काम है।

 

पत्थर पेइचिंग से 100 किलोमीटर दुर फान शान मेँ मिला था, प्राचीन समय मेँ आधुनिक मशीनोँ के बिना इसे स्थानांतत्रित करना बहुत मुश्किल था।गुलामोँ ने सर्दियोँ केदिनोँ मेँ इस की ढुलाई के रास्ते मेँ हर दर्जनोँ मीटर की दुरी पर एक कुओँ खोदा और उस के पानी को रास्ते पर फेंक कर बर्फिला रास्ता बनाया, इस के बाद वे नाव खीँचने की तरह पत्थर को बर्फ पर नगर की ओर खीँचते रहे। हजारोँ गुलामोँ और एक हजार से ज्यादा घोड़ोँ द्वारा एक महीने के समय लगा कर इस विशाल पत्थर को प्राचीन शाही प्रासाद तक पहुंचाया गया। देश विदेश के वास्तु विशेषज्ञोँ का माना है कि पेइचिंग का प्राचीन शाही प्रासाद एक आश्चर्य है और वह विश्व भेँ बेजोड निर्माण है।अब यह शानदार महल चीनी परम्परागत संस्कृति का प्रतीक बन गया है।

आप की राय लिखें
Radio
Play
सूचनापट्ट
मत सर्वेक्षण
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040