चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 15 मई को पेइचिंग में भारतीय सौ युवाओं के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों से मुलाकात की।
ली खछ्यांग ने चीन की यात्रा करने वाले सौ भारतीय युवकों का स्वागत किया और उनके साथ बातचीत की। ली खछ्यांग ने कहा कि चीन और भारत विश्व में प्राचीन सभ्यताओं वाले देश हैं, और इतिहास में दोनों देशों के बीच आवाजाही की परंपरा रही हैं। वर्तमान में दोनों देशों के सामने विकास के कार्य और अवसर मौजूद है। एशिया और दुनिया की ओर से दोनों देशों के बीच संबंध का रणनीतिक महत्व है। दोनों देशों के बीच संपर्क और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, एक दूसरे की चिंता का सम्मान और आपसी मतभेद का अच्छी तरह समाधान किया जाना एशिया यहां तक की विश्व के लिए महत्वपूर्ण है, जिससे दोनों देशों की जनता को लाभ भी मिल सकेगा, और एशिया व विश्व के विकास और समृद्धि के लिए बड़ी प्रेरक शक्ति बनाया जाएगा।
ली खछ्यांग ने कहा कि चीन और भारत के युवाओं को द्विपक्षीय संबंधों के दीर्घकालीन रणनीतिक महत्व को समझकर दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण सहयोग में सक्रिय भागीदार बनना चाहिए। उन्होंने आशा जताई कि चीन व भारत के युवा विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग कर मैत्री के पुल का निर्माण करने की कोशिश करेंगे।
वर्ष 2005 से चीन और भारत के युवाओं के बीच आदान-प्रदान की व्यवस्था स्थापित हुई हैं। अब तक युवाओं का एक-दूसरे के यहां यात्रा करने की गतिविधियों के 7 चरण आयोजित हो चुके हैं, जिससे दोनों देशों के युवाओं के बीच आपसी समझ और मित्रता बढ़ रही है।