भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने हवाई अड्डे पर ली ख-छ्यांग की अगवानी की। ली ख-छ्यांग प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह से वार्ता और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुकालात करेंगे और उन दोनों के साथ चीन-भारत संबंध और समान रूचि वाले अंतर्राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय सवालों पर गहन रूप से विचार-विमर्श करेंगे। इसके अवाला वो चीन-भारत संबंध पर भाषण देंगे और व्यापार में चीन-भारत सहयोग संबंधी शिखर सम्मेलन एवं अन्य अहम गतिविधियों में भी हिस्सा लेंगे।
भारत चीन का एक प्रमुख पड़ोसी देश है, एक बड़ा विकासशील देश है और भी है एक बड़ा नवोदित बाजार। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन के नए प्रधान मंत्री की पहली विदेश-यात्रा में भारत को पहले पड़ाव के रूप में चुनने से यह संकेत दिया गया है कि चीन की नई सरकार भी चीन-भारत संबंधों को भारी महत्व देती है। चीन को उम्मीद है कि इस यात्रा से भारत के साथ अपनी रणनीतिक सहयोग वाली साझेदारी और अधिक मजबूत होगी, पूंजी-निवेश, व्यापार और आधारभूत ढांचे के निर्माण में द्विपक्षीय सहयोग और बढेंगे।