चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा व समुद्र मामले विभाग के प्रमुख ओयांग यूछींग ने 20 फरवरी को सीआरआई के नेटीजनों के साथ साक्षात्कार में चीन-भारत सीमा समस्या पर चीन का पक्ष रखा।
ओयांग यूछींग ने कहा कि चीन एक बड़ा थलीय और समुद्री देश है। चीन की थलीय सीमा की कुल लम्बाई 22 हज़ार किमी. से अधिक है। चीन के 14 थलीय पड़ोसी देश हैं। अब तक 90 प्रतिशत थलीय सीमा का रेखांकन पूरा हो चुका है, लेकिन भारत व भूटान की सीमा का रेखांकन नहीं हो सका है।
उन्होंने कहा कि चीन-भारत सीमा मसला इतिहास द्वारा छोड़ी गई एक अनसुलझी जटिल समस्या है। इस मुद्दे का जल्द से जल्द समाधान करना दोनों देशों व दोनों देशों की जनता के बुनियादी कल्याण से मेल खाता है। दोनों देशों के नेताओं ने इस समस्या के हल के लिए जबरदस्त राजनीतिक इच्छा प्रकट की है। और इस समस्या के समाधान को चीन व भारत के बीच दस रणनीतियों में से एक माना। हाल में चीन-भारत संबंध के व्यापक विकास ने सीमा वार्ता के लिए बहुत बेहतर स्थितियां तैयार की हैं। दोनों देशों ने सीमा समस्या के विशेष प्रतिनिधियों की प्रणाली की स्थापना की। दोनों ने इस समस्या के समाधान के लिए तीन कदम भी प्रस्तुत किए। हमें विश्वास है कि चीन व भारत दोनों देशों की जनता के बुनियादी कल्याण से शांतिपूर्ण मैत्री को आगे बढ़ाएंगे। वहीं समान सलाह मश्विरा, आपसी सम्मान और समझदारी की भावना से वार्ता की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं, तो अवश्य ही एक न्यायपूर्ण व उचित अंतिम समाधान प्रस्ताव की खोज की जाएगी।
(श्याओयांग)