अगर इतिहास पर नज़र डालें तो वर्ष 1975 में पहला विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया। इसके बाद मॉरीशस, दिल्ली के अलावा दक्षिण अफ्रीका आदि देशों में नौ सम्मेलन आयोजित किये जा चुके हैं। वैसे विश्व हिंदी दिवस के अलावा 14 सितंबर को भी हिंदी दिवस मनाया जाता है।
दुनिया में सबसे अधिक नेटिव स्पीकरों यानी मातृ भाषा बोलने वालों की सूची में हिंदी का चौथा स्थान है। मातृ भाषा बोलने वालों की संख्या 295 मिलयन है। जबकि चीनी भाषा मैंडेरिन बोलने वालों की संख्या 935 मिलयन है। अगर दुनिया में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं की बात करें तो हिंदी यानी हिंदुस्तानी को 497 मिलयन स्पीकर्स के साथ तीसरा स्थान दिया गया है।
(अनिल आज़ाद पाण्डेय)