चीन में आधुनिक कृषि के विकास, शहरीकरण और औद्योगिकीकरण को आगे बढाने के साथ साथ अधिकाधिक किसान गांवों में अपनी अपनी भूमि को छोड़कर शहरों में काम करते हैं। वे लोग किसान हैं, लेकिन वे शहर में काम करने के साथ साथ जीवन भी बिताते हैं। सुश्री च्यांग उनमें से एक हैं।
सुश्री च्यांग का नाम है च्यांग च्यू च्यी। उस का घर आन ह्वई प्रांत के आन छिंग क्षेत्र के गांव में है। 13 वर्ष पहले उन्होंने अपने घर से पेइचिंग में हाउस्कीपिंग का काम शुरू किया था। रोज वह पेइचिंग वासियों के घरों में साफ-सफाई करने और खाना बनाने जैसा काम करती हैं।
सुश्री च्यांग ने बताया कि रोज मैं तीन घरों के लिए काम करती हूं। सुबह 9 बजे से 11 बजे तक पहले घर में काम करती हूं और बाद में साढ़े 11 बजे से दोपहर बाद 3 बजे तक दूसरे घर में काम करती हूं। शाम को तीसरे घर में काम करती हूं। कुछ ही समय में मुझे लगने लगा है कि यह काम बहुत मेहनत वाला है और मुझे भी थकान भी लग रही है। लेकिन अब मैं रोज ये काम करने की आदी हो चुकी हूं। क्योंकि अगर पेइचिंग मैंने हाउस्कीपिंग का काम करने का मन बनाया है तो मुझे ये काम अच्छी तरह से करना चाहिए।
लेकिन वास्तव में 13 वर्ष पहले पेइचिंग पहुंचने के समय में उन्होंने स्वयं को पेईचिंग के जीवन के अनुरूप नहीं बनाया था।
उन्होंने कहा कि 13 वर्ष पहले जब मैंने पहली बार पेइचिंग में हाउस्कीपिंग का काम शुरू किया, उस समय पेइचिंग में इतनी ज्यादा हाउस्कीपिंग कंपनियां नहीं थीं। अगर काम करने वालों के घर में लोग अच्छे हैं, तो काम करने के समय इतनी ज्यादा कठिनाइयां नहीं होती है। लेकिन सेवा प्रदान करने वालों के घर में लोग इतने अच्छे नहीं हैं, तो ज्यादा काम मिल सकता है। अब पेइचिंग में हाउस्कीपिंग कंपनियों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है, तो काम करने की स्थिति भी पहले से अच्छी है।