भूकंप इतना तगड़ा था कि इससे पाकिस्तान के दक्षिणी तट के पास समुद्र में एक नया 'द्वीप'निकल आया
पाकिस्तान के पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान में मंगलवार को रिक्टर पैमाने पर 7.7 तीव्रता वाले भूकंप के आने से मृतकों की संख्या 238 हो गई है। साथ ही कई मिट्टी वाले कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इसके अलावा भूकंप इतना तगड़ा था कि इससे पाकिस्तान के दक्षिणी तट के पास समुद्र में एक नया 'द्वीप'निकल आया।
गौरतलब है कि इस भूकंप का केंद्र बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्यूटा शहर के दक्षिण-पश्चिमी अवारान जिले में था। इस भूकंप के उद्गम स्थल की गहराई 20 किमी थी। संयुक्तराष्ट्र के राहत विभाग के मुताबिक 60 हजार से अधिक लोग भूकंप के केंद्रीय क्षेत्र में निवास करते हैं। यहां के अधिकांश लोग कच्चे मकानों में रहते है। अवारान के अधिकारियों के अनुसार इस जिले में 90 प्रतिशत मकान क्षतिग्रस्त हो गए है।
बलूचिस्तान प्रांत सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि अभी तक 238 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, जिनमें से 208 लोग अवारान जिला के निवासी थे। कई मृतक लोग उसी जगह पर ही दफ़न हो गये है। भूकंप से प्रांत के छह जिले प्रभावित हुए हैं, जिससे 3 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए। माना जा रहा है कि मरने वालों की संख्या में और वृद्धि होगी।
प्रवक्ता ने कहा कि स्थानीय बलों ने आपदा क्षेत्रों में 100 लोगों से गठित एक चिकित्सा दल और 1000 सैनिक भेजे है। इन राहतकर्त्ताओं का प्राथमिक कार्य घायलों का इलाज करना है। आपदा क्षेत्रों में चिकित्सकों व दवाइयों की कमी के कारण राहत दलों ने हेलीकाप्टर आदि विभिन्न तरीकों से गंभीर घायलों को कराची आदि शहरों में भेजकर इलाज करवाया है। इसके अलावा भूकंप से समुद्र तल उठ गया, जिससे अरब सागर में ग्वादर तट के पास समुद्र में लगभग 60 मीटर का एक छोटा पर्वत जैसा द्वीप बन गया।
गौरतलब है कि पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रांत का क्षेत्रफल सबसे बड़ा है, जबकि उसका जनसंख्या घनत्व सबसे कम है। इस साल के अप्रैल में बलूचिस्तान प्रांत और ईरान के बीच सीमा क्षेत्र में 7.9 तीव्रता वाला भूकंप आया था। इसमें पाकिस्तान में कम से कम 40 लोगों की मौत हुई, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हुए थे।
(हैया)