इसके अलावा वांग यी ने कहा कि चीन और म्यांमार को द्विपक्षीय महत्वपूर्ण आर्थिक और व्यापारिक परियोजनाओं पर ध्यान देना चाहिये जिससे म्यांमार में आधारभूत सुविधाओं का निर्माण किया जा सके, इससे चीन-भारत-म्यांमार कॉरिडोर परियोजना की स्थापना की जा सकेगी। चीन उत्तर म्यांमार के मु्द्दों पर शाति वार्ता-प्रक्रिया में अपनी सकारात्माक भूमिका निभाना जारी रखने का इच्छुक है। अगले वर्ष म्यांमार आसियान संघ का अध्यक्ष देश बनेगा, इसलिये वांग यी ने आशा जतायी कि दोनों पक्ष एक साथ मिलकर चीन-आसियान रणनीतिक साझेदारी के संबंधों के विकास में बड़ी सफलता प्राप्त कर सकेंगे।
वहीं यु वुन्ना मउंग ने कहा कि लंबे समय से चीन ने जो म्यांमार की मदद की है म्यांमार चीन के प्रति उसका आभार प्रकट करता है। म्यांमार स्थिर रूप से म्यांमार-चीन व्यापक रणनीतिक सहयोग का साझेदारी संबंधों को आगे बढ़ाना जारी रखेगा। म्यांमार-चीन आर्थिक और व्यापारिक संबंध दोनों देशों के लिये लाभदायक है, इसलिये म्यांमार चीन के साथ और घनिष्ठ सहयोग करना चाहता है, ताकि दोनों देशों देशों के सीमांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाई जा सके। साथ ही म्यांमार आसियान-चीन संबंधों के विकास के लिये और अधिक प्रयास करेगा।
(रमेश)