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आपकी पसंद 2011-08-20
2011-10-12 15:34:58

अनिलः आपकी पसंद सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल का नमस्कार। दोस्तो हम फिर आ गए हैं आपकी फरमाईश के गीत लेकर। हमें उम्मीद है कि आपको प्रोग्राम में पेश होने वाले गीत पसंद आ रहे होंगे।

ललिताः श्रोताओं को ललिता का भी नमस्कार। हां तो दोस्तो हम अब आज के प्रोग्राम की शुरुआत करते हैं। प्रोग्राम का पहला गीत हमने लिया है खेल खेल में फिल्म से, बोल हैं एक मैं और एक तू, जिसे गाया है किशोर कुमार व आशा भौंसले ने। इस गीत को सुनना चाहते हैं बटिंडा से अशोक ग्रोवर, परवीन ग्रोवर, नीती ग्रोवर, पवनीत ग्रोवर व विक्रमजीत ग्रोवर आदि श्रोता।

ललिताः खबर है कि दीपिका पादुकोण अपने एक्स बॉयफ्रेंड रणबीर कपूर का टैटू 'आरके' रिमूव करवा रही हैं। गौरतलब है कि दीपिका ने यह टैटू तब बनाया था, जब वह रणबीर के साथ रिलेशन में थीं। हालांकि उनसे ब्रेकअप के बावजूद दीपिका ने यह कहा था कि उन्हें इस टैटू से कोई प्रॉब्लम नहीं है और वह इसे नहीं हटवाएंगी।

अनिलः हां वैसे हाल ही में एक चैट शो में भी उन्होंने कहा था कि उन्हें इस टैटू से कोई प्रॉब्लम नहीं है, लेकिन अब उनका इरादा बदला हुआ लग रहा है। बताया जाता है कि वह ऐसा सिद्घार्थ माल्या की वजह से कर रही हैं। दरअसल, वह नहीं चाहतीं कि रणबीर के नाम के टैटू की वजह से सिद्धार्थ अनकंफ़र्टेबल फील करें। यही वजह है कि वह यह टैटू को इरेज करवा रही हैं। उनके एक करीबी का कहना है कि इस टैटू की वजह से दीपिका को पुराने दिनों की याद ना तो आती है और ना ही इससे उन्हें कोई दुख होता है। लेकिन वह तब जरूर परेशान हो जाती हैं, जब आस-पास के लोग उनसे बात इस टैटू के बारे में करते हैं और उनकी पर्सनल लाइफ डिस्टर्ब कर देते हैं। हां तो टैटू और दीपिका के बारे में हम लोग आगे चर्चा करेंगे, पहले सुनते हैं प्रोग्राम का नेक्स्ट सांग, जिसे हमने लिया है इश्किया फिल्म से, बोल हैं इब्न बतूता बगल में जूता।

ललिताः इस गीत को सुनने से पहले हम बात कर रहे थे, दीपिका व उनके टैटू की। हां वैसे दीपिका का ये कहना है कि मुझे यह समझ नहीं आता कि मेरे इस टैटू से लोगों को क्या परेशानी है? मैं जब रोज सुबह उठती हूं, तो इसे देखती हूं। यही वजह है कि अब मैंने इसे इरेज कराने का फैसला ले लिया है। वैसे शरीर में टैटू बनवाने का शौक कई अन्य एक्टर्स को भी रहा है। चलिए अब आगे देखते हैं दीपिका आगे कब और किसके नाम का टैटू अपने शरीर पर बनवाती हैं।

अनिलः बॉलीवुड के बाद अब आपको लिए चलते हैं दूसरी ओर। वैसे रिलेशनशिप जुड़ना और ब्रेक अप होना आजकल आम हो गया है, तमाम शादीशुदा कपल्स डिवोर्स लेने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। हां तो इसी से जुड़ी हुई खबर है, वैसे अब तक लोग केक काटकर तलाक का जश्न मनाते थे, लेकिन नीदरलैंड्स में एक शख्स ने तलाक लेने वालों के लिए एक खास होटल बनाया है, जो कि शादीशुदा जोड़ों को तलाक दिलाने में मदद करता है। दुनिया का यह पहला ऐसा होटल है जहां कोई प्यार के अफसाने नहीं लिखे जाते, बल्कि जिस पति या पत्नी को तलाक चाहिए वह नीदरलैंड्स के तलाक होटल में जाकर आसानी से तलाक ले सकता है। हां डिवोर्स और होटल के बारे में आगे बात करेंगे, पहले सुनते हैं अगला सांग। अगला गीत हम पेश करने जा रहे हैं फिल्म प्रोफेसर से, गीत के बोल हैं आवाज़ दे के हमें। इसे सुनने के ख्वाहिशमंद हैं प्रकाश कुमार गुप्ता, मालती देवी, प्रगति प्रेसवाला और गुप्ता जी प्रेसवाला।

ललिताः दोस्तो हम आपको डिवोर्स होटल के बारे में बता रहे थे। इस होटल को खास बनाने के लिए यहां एक नोटरी पब्लिक, दोनों पक्षों के लिए वकील और मनोवैज्ञानिक मौजूद रहते हैं। इनकी मौजूदगी में तलाक प्रक्रिया को आसान और बिना तनाव वाला बनाया जाता है। अगर संपत्ति का विवाद है तो उसे भी निपटाने के लिए संपत्ति एजेंट की सेवा ली जा सकती है। होटल के पैकेज की कीमत करीब 1,58,000 रुपए हैं, जिसमें रहना और कानूनी खर्चे शामिल हैं। इस होटल को नीदरलैंड्स के रहने वाले 32 वर्षीय जिम हाल्फेंस ने खोला है। होटल का नाम तलाक होटल है। यह खास तरह के पैकेज उन लोगों को देता है जो अपनी शादी तोड़ना चाहते हैं। हाल्फेंस कहते हैं कि अभी तक 10 जोड़ों ने होटल का ऑफर लिया है और लोगों की रूचि इस होटल में बढ़ रही है।

अनिलः भले ही यह होटल पॉपुलर हो रहा हो, लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो तलाक जैसे नाजुक मामले के मौके पर इस तरह से जश्न मनाने के खिलाफ हैं। हां वैसे मैं भी इस बात से सहमत हूं कि शादी, रिश्ते व तलाक आदि को बाज़ार से कतई जोड़ने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस तरह के बाजारीकरण से रिश्तों की बुनियाद कमज़ोर होने लगी है।

ललिताः दोस्तो डिवोर्स के बारे में बात यही तक। अब सुनते हैं प्रोग्राम का अगला सांग, जिसे हमने लिया है फिल्म दूल्हा मिल गया से, गीत के बोल हैं आजा- आजा मेरा रांझणा।

अनिलः दोस्तो वैसे सोना यानी नींद भला किसे नहीं अच्छी लगती। वैसे बेहतर हेल्थ के लिए अच्छी नींद लेना जरूरी भी माना जाता है। लेकिन कुछ लोग अपनी व्यस्तता के चलते कम सो पाते हैं और कुछ तो कुंभकर्णी नींद निकालते हैं। हालांकि कुछ लोग इस तरह की बीमारी से पीड़ित भी होते हैं। अब ब्रिटेन की एक छात्रा को ही ले लीजिए। लिली क्लार्क एक अजीब बीमारी से पीड़ित है, जिसमें वह लगातार 2 महीने तक सोती रहती है। लिली की इस बीमारी की वजह 'क्लेन-लेविन सिंड्रोम' बताया जाता है। 47 वर्षीय लिली की मां एडिली ने बताया कि उसे यह बीमारी 2007 में शुरू हुई जब वो हमारे साथ आइस स्केटिंग करने गई थी। सेशन के दौरान जब वह लिली को थोड़ी देर के लिए अकेला छोड़कर खाना लेने गए तो वापस आने पर उन्होंने देखा कि लिली सो रही है। उन्होंने उसे जगाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वो नहीं उठी। वैसे है ना एक स्ट्रेंज व चौकाने वाली बीमारी।

ललिताः दोस्तो, लिली की प्रॉब्लम के बारे में आगे बात करेंगे। पहले सुनते हैं प्रोग्राम का अगला सांग, जिसे हम पेश कर रहे हैं फिल्म थ्री ईडियट्स से, इसके बोल हैं ऑल इज़ वैल। इस गीत को सुनने की फरमाईश की है जुगसलाई टाटानगर से इंद्रपाल सिंह भाटिया, इंद्रजीत कौर, साबो भाटिया, सिमरन भाटिया, सोनक भाटिया व मनजीत भाटिया आदि श्रोताओं ने।

ललिताः बताया जाता है कि सोने की इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है लेकिन डॉक्टरों के अनुसार यह बीमारी जवान लोगों को प्रभावित करती है। इसलिए समय के साथ लिली में इसका प्रभाव कम हो रहा है।

अनिलः हां तो दोस्तो, लिली के बाद अब हम बात करते हैं टीवी के बारे में। टीवी देखने की आदत अमूमन हर किसी को होती है, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो हर रोज ज्यादा देर तक टीवी से चिपके रहने की आदत आपकी जिंदगी के कुछ कीमती साल कम कर सकती है। यह स्मोकिंग से भी ज्यादा खतरनाक है। एक ऑस्ट्रेलियाई स्टडी में इसका दावा किया गया है। यहां की क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ पॉपुलेशन हेल्थ द्वारा जारी इस स्टडी में कहा गया है कि टीवी देखना स्मोकिंग और मोटापे की तरह है। स्टडी टीम के प्रमुख ने बताया कि हमने ऑस्ट्रेलिया में 11,000 लोगों पर यह स्टडी की और पाया कि 25 साल की उम्र के बाद हर एक घंटे टीवी देखने से जिंदगी के 22 मिनट कम हो जाते हैं। बताया जाता है कि हर रोज दो घंटे टीवी देखने से एक व्यक्ति की औसतन 1.8 वर्ष आयु कम हो जाती है, जबकि यह महिला की उम्र 1.5 साल कम हो जाती है। अगर कोई व्यक्ति हर रोज 6 घंटे टीवी देखता है तो उसकी लाइफ के लगभग 4.8 साल कम हो जाते है। हां तो दोस्तो अभी हमने आपकी पसंद प्रोग्राम में गीतों के साथ-साथ आपको कई तरह की जानकारियां दी। लीजिए प्रोग्राम के आखिर में सुनते हैं ये गीत, गीत के बोल हैं गुन गुना रहे भौंरे खिल रही है कली-कली। इस गीत को आवाज़ दी है आशा भौंसले ने, फिल्म का नाम है अराधना।

अनिलः दोस्तो इसी गीत के साथ आपसे विदा लेने का समय आ गया है। आपसे फिर मुलाकात होगी अगले सप्ताह इसी समय इसी दिन। तब तक के लिए हमें आज्ञा दें। बाय-बाय, नमस्ते, शब्वा खैर, अलविदा।

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