तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिक्षा विभाग से मिली खबर के अनुसार वर्ष 2013 के अंत तक पूरे तिब्बत में किंडरगार्टन की संख्या 613 हो चुकी हैं, जिनमें बच्चों की दाखिला दर 52 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जो वर्ष 2012 की तुलना में 7 प्रतिशत का इज़ाफा हुआ हैं।
बताया जाता है कि वर्ष 2013 में तिब्बत में कस्बे स्तरीय नव निर्मित चीनी और तिब्बती दो भाषा वाले किंडरगार्टन की संख्या 112 थी, जबकि गांव स्तरीय दो भाषाओं वाले किंडरगार्टन की संख्या 164 थी। वर्तमान में पूरे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में किंडरगार्टन में 73 हज़ार बच्चे हैं, जो पहले की तुलना में 12 हज़ार बढ़ गए।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिक्षा विभाग के संबंधित जिम्म्दार व्यक्ति के अनुसार वर्ष 2012 के शीतकालीन सेमेस्टर से ही स्वायत्त प्रदेश में 15 सालों के निशुल्क शिक्षा का लक्ष्य साकार किया गया हैं। यानी किंडरगार्टन के 3 साल, प्राइमरी स्कूल के 6 साल, जुनियर स्कूल के 3 साल और हाई स्कूल के 3 साल। स्वायत्त प्रदेश की सरकार द्वारा निर्मित स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को 15 सालों तक निशुल्क शिक्षा दी जाएगी, जबकि दूसरे गैर-सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को सरकारी भत्ता दिया जाएगा।
(श्याओ थांग)