संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने 31 अक्टूबर को अपने प्रवक्ता के जरिए वक्तव्य जारी कर कहा कि उन्होंने बांग्लादेश में जारी हड़ताल और चल रहे संघर्ष पर ध्यान दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने विभिन्न पक्षों को संयम रखने की अपील की, ताकि बांग्लादेश में आगामी चुनाव के लिए अनुकूल परिस्थिति बनाई जा सके।
वक्तव्य में यह कहा गया है कि बान की मून ने वर्तमान में बांग्लादेश में कई लोगों की हिंसक संघर्षों के कारण हुई हताहती पर ध्यान दिया, उन्हें आशा है कि संबंधित पक्ष शांतिपूर्ण तरीके से समस्या का समाधान करेंगे।
27 अक्टूबर से बांग्लादेश के सबसे बड़े विपक्षी राजनीतिक दल यानि नेशनलिस्ट पार्टी के नेतृत्व में राष्ट्रीव्यापी तीन दिवसीय हड़ताल शुरू की। सरकार ने उनसे एक कार्यवाहक कैबिनेट बनाने का अनुरोध किया। विपक्ष के समर्थक और सत्ताधारी पार्टी के समर्थकों व पुलिस के बीच कई क्षेत्रों में संघर्ष की घटनाएं हुईं। बांग्लादेश के आंतरिक मामलों के सचिव ने कहा कि तीन दिन की हड़ताल में ग्यारह लोग मारे गए।
बांग्लादेश की वर्तमान सरकार का कार्यकाल 24 जनवरी 2014 तक ही है। विपक्ष दल यानि नेशनलिस्ट पार्टी के विचार में चुनाव इस तारीख से पहले 90 दिनों के भीतर आयोजित होना चाहिए। उन्होंने कार्यवाहक कैबिनेट बनाने का अनुरोध किया वरना वे चुनाव में भाग नहीं लेंगे।
इस गंभीर स्थिति का हल निकालने के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना ने 18 अक्टूबर को सुझाव दिया कहा कि सभी दल मिलकर नई सरकार के चुनाव की अध्यक्षता करेंगे, लेकिन विपक्ष दल ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। हड़ताल शुरू होने से पहले हासिना ने नेशनलिस्ट पार्टी से इसे रद्द करने की अपील की, लेकिन उन्होंने इसे अस्वीकार किया।