载人航天
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मानवयुक्त अंतरिक्ष तकनीक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी संयुक्त राष्ट्र के अंतरिक्ष मामला ब्यूरो के आह्वान पर हर वर्ष आयोजित की जाती है। चीन में पहली बार इसका आयोजन हुआ। विश्व के 20 से ज्यादा देशों व क्षेत्रों से आए 150 से अधिक मानवयुक्त अंतरिक्ष विशेषज्ञों ने इसमें भाग लिया। जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 तक चीन 20 टन वाले संयोजन अंतरिक्ष स्टेशन को लांच करेगा, और इसमें अंतरिक्ष यात्रियों के लंबे समय तक रहने की क्षमता भी होगी। संगोष्ठी में जनरल इंजीनियर चो च्येन फिंग ने इस अंतरिक्ष स्टेशन के अनुसंधान में मिली प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने कहा, इस अंतरिक्ष स्टेशन में कुल 13 व्यवस्थाएं शामिल होंगी। उनमें थ्येनकुंग प्रयोगशाला व्यवस्था से जुड़े काम थ्येनकुंग नंबर दो के दौर में पूरा हो गया। अब हम छांगचेन नंबर सात राकेट व छांगचेन नंबर पांच बी. राकेट और अंतरिक्ष स्टेशन के दो केंद्र प्रयोगशाला केबिन के साथ साथ कार्गो अंतरिक्ष यान का अनुसंधान करने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें अंतरिक्ष अनुसंधान में विभिन्न वैज्ञानिक उपकरणों का विकास भी शामिल है।
चो च्येन फिंग ने कहा कि अंतरिक्ष स्टेशन दीर्घकाल में मानवयुक्त अंतरिक्ष यात्रा के लिये एक बहुत अच्छा मंच है। इसका मुख्य लक्ष्य वैज्ञानिक अनुसंधान है। और उसका निर्माण राष्ट्रीय प्रयोगशाला के मापदंड से किया जाएगा। चो ने कहा कि चीन अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण में अन्य अंतरिक्ष स्टेशनों से जोड़ने पर विचार करता है। उन्होंने कहा, हमारे पास अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के तरीके बहुत समृद्ध हैं। चीन का अंतरिक्ष स्टेशन अन्य देशों द्वारा व अपने निर्मित केबिनों से जोड़ने में सक्षम होगा। वह विदेशी अंतरिक्ष यान को भी स्वीकार कर सकेगा, और इससे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष यान को बचाव का मौका प्रदान करेगा। यह भी संभव होगा कि चीन व विदेशी अंतरिक्ष यात्री एक साथ अंतरिक्ष यात्रा करेंगे। ज्यादा विस्तृत सहयोग वैज्ञानिक अनुसंधान के सहयोग में होना चाहिये।
इससे पहले चीनी मानवयुक्त अंतरिक्ष परियोजना कार्यालय के प्रमुख वांग चाओ याओ ने कहा था कि चीन शांतिपूर्ण प्रयोग, समानता व पारस्परिक लाभ, समान विकास के आधार पर संयुक्त राष्ट्र के अंतरिक्ष मामला ब्यूरो तथा अन्य देशों के अंतरिक्ष संस्थाओं के साथ चार क्षेत्रों में सहयोग कर सकेगा। उन्होंने कहा, पहले, प्लेटफार्म प्रौद्योगिकी सहयोग का विकास किया जा सकेगा। दूसरे, अंतरिक्ष प्रयोग के सहयोग । हम संयुक्त रूप से अनुसंधान करने से अंतरिक्ष विज्ञान व प्रयोग, अंतरिक्ष चिकित्सा आदि क्षेत्रों में सहयोग कर सकेंगे। तीसरे, अंतरिक्ष यात्रियों के चुनाव व प्रशिक्षण में सहयोग। और चौथे, तकनीकी उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार। चीन सक्रिय रूप से विश्व के विभिन्न देशों, खासतौर पर विकासशील देशों व क्षेत्रों में मानवयुक्त अंतरिक्ष तकनीकी उपलब्धियों का प्रसार-प्रचार करेगा, ताकि समान विकास हासिल हो सके।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में चीन की मानवयुक्त अंतरिक्ष तकनीक क्या भूमिका अदा कर रही है। इसकी चर्चा में संयुक्त राष्ट्र के अंतरिक्ष मामला ब्यूरो की प्रमुख मज़लेन ओथमन ने कहा, हालांकि चीन की मानवयुक्त अंतरिक्ष तकनीक अभी-अभी शुरू हुई है, लेकिन मुझे विश्वास है कि भविष्य में चीन इस क्षेत्र में एक नेतृत्व की भूमिका अदा करेगा। क्योंकि चीन सरकार अंतरिक्ष तकनीक का विकास करने की इच्छा, अनुसंधान की क्षमता व पूंजी निवेश में सक्षम है।
चंद्रिमा