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इस वर्ष मई में चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने भारत की यात्रा करते समय दोनों देशों की मीडिया के बीच आदान-प्रदान व सहयोग मजबूत करने पर ज़ोर दिया। इसके मद्देनजर चीन-भारत मीडिया फोरम का आयोजन हुआ, वह भारत में पहली बार चीन-भारत मीडिया की आदान-प्रदान गतिविधि बनी। यह फोरम चीनी राज्य परिषद के प्रेस कार्यालय और भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया। दोनों देशों के 40 से ज्यादा वरिष्ठ मीडियाकर्मियों व विशेषज्ञों के अलावा विद्वान भी इसमें मौजूद रहे।
चीनी राज्य परिषद के प्रेस कार्यालय के प्रधान छाई मिनचाओ और भारतीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने उद्घाटन-समारोह में उपस्थित होकर भाषण दिया। छाई मिनचाओ ने बधाई-संदेश देते हुए हाल के कई वर्षों में चीन व भारत की मीडिया के बीच आदान-प्रदान का सकारात्मक मूल्यांकन किया। उन्होंने कहा, हाल के कई वर्षों में चीन व भारत दोनों देशों की मीडिया के बीच आदान-प्रदान व सहयोग तेजी से अधिक होने की स्थिति में हैं। प्रमुख मीडिया के बीच उच्च स्तरीय आदान-प्रदान धीरे धीरे बढ़ रहा है। जिससे दोनों देशों की मीडिया- संस्थाओं के बीच समझ बहुत बढ़ी है। और दोनों देशों के संबंधों के विकास में भी बड़ा समर्थन मिला।
छाई मिनचाओ ने चीन-भारत मीडिया फोरम को एक व्यवस्था बनाने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने दोनों देशों की मीडिया-संस्थाओं से व्यवहारिक सहयोग को गहन करने, कर्मियों के बीच और समाचारों का आदान-प्रदान करने और संयुक्त रूप से इन्टरव्यू लेने आदि क्षेत्रों में विस्तृत सहयोग करने की अपील भी की। ताकि दोनों देशों के संबंधों की स्थिरता की रक्षा की जा सके। उन्होंने कहा, चीन-भारत मीडिया के बीच दीर्घकालीन, निरंतर वार्ता व आदान-प्रदान को मजबूत करने की ज़रूरत है। दोनों को तर्कसंगत व वस्तुगत रूप से एक दूसरे को देखना व समझना चाहिये, और चीन व भारत की वास्तविक स्थिति को अपने देश की जनता के सामने दिखाना चाहिये।
भारतीय विदेश मंत्री खुर्शीद ने उम्मीद प्रकट की कि दोनों देशों के मीडियाकर्मी आदान-प्रदान व आपसी समझ को मजबूत करके और अधिक रचनात्मक एवं संतुलित रूप से रिपार्टिंग का काम करेंगे और दोनों देशों के बीच समझदारी एवं सहयोग को बढाने की समान कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा, मुझे आशा है कि इस फोरम से दोनों देशों की मीडिया संस्थाएं घनिष्ठ संबंध रख सकेंगी, आपस में विचारों का आदान-प्रदान कर सकेंगी, और एक समान तरीका ढूंढ़कर एक दूसरे को समझ सकेंगी।
उद्घाटन समारोह के बाद उपस्थित प्रतिनिधियों ने समान रुचि वाले विषयों की चर्चा की। उन्होंने इस फोरम के आयोजन का स्वागत किया। और वे भविष्य में दोनों देशों की मीडियों के बीच सहयोग करने की प्रतीक्षा में हैं। एक भारतीय प्रतिनिधि ने कहा, मैंने पहली बार ऐसे फोरम में भाग लिया। मुझे बहुत खुशी हुई। इस गतिविधि से चीन व भारत दोनों देशों की मीडिया संस्थाओं के बीच दूरी कम हुई। अगर मीडिया के बीच दूरी कम हो, तो दोनों देशों की जनता व दोनों देशों के संबंध भी घनिष्ठ होंगे।
फोरम में उपस्थित एक चीनी प्रतिनिधि ने कहा, मुझे लगता है कि यह एक बहुत अच्छी शुरूआत है। अब चीन व भारत की मीडिया के बीच आदान-प्रदान का मंच तैयार है। तो आगे भी दोनों देशों की मीडिया को समान कोशिश करनी चाहिये। इस फोरम के आधार पर हमें आपस में समझ मजबूत करने की ज़रूरत है। इसके अलावा और एक महत्वपूर्ण बात यह है कि चीन व भारत की मीडिया को मिल-जुलकर विकासशील देशों की ओर से विश्व में हमारी आवाज़ पहुंचानी चाहिए।
चंद्रिमा