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मित्रो, 14 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधान मंत्री नवाज शरीफ़ ने इस्लामाबाद में संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून से वार्ता के बाद कहा कि पाकिस्तान और भारत दोनों को सीमा पर तनाव को कम करने और स्थिति को आगे भी बिगडने से रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। उधर बान की मून ने पाकिस्तान पर अमेरिकी ड्रोन हमलों की आलोचना की और कहा कि संयुक्त राष्ट्र पाकिस्तान को आतंक-विरोध में समर्थन देना जारी रखेगा।
सर्वविदित है कि इधर एक अवधि में कश्मीर में परिस्थिति तनावपूर्ण रही है। 14 अगस्त को पाक सेना ने भारतीय सेना पर वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास गोलाबारी का नया दौर शुरू करने का आरोप लगाया और कहा कि गोलाबारी में कम से कम एक आम नागरिक मारा गया। बान की मून के साथ संयुक्त रूप से आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में शरीफ़ ने आशा व्यक्त की कि भारत के साथ पाक के रिश्तों को सुधारने में कूटनीतिक तरीकों का अधिक प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने कहाः
`पाकिस्तान संयम से काम लेने और ईमानदारी के साथ निम्मेदारी निभाने के रवैये से कश्मीर में उभरी स्थिति पर प्रतिक्रिया देगा और भारत से समान रवैया अपनाने और उपयुक्त कदम उठाने की आशा करता है। हमें तनाव-शैथिल्य लाना होगा, ताकि तनाव और भी प्रचंड रूप न ले। पाकिस्तान और भारत दोनों का लक्ष्य शांति है।`
बान की मून ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र इस बात के लिए पाकिस्तान का हार्दिक स्वागत करता है कि वह गंभीर घरेलू चुनौतियों से निपटने और अपने पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों को सुधारने या मजबूत बनाने की पूरी कोशिश कर रहा है।
भारत-पाक सीमा मुठभेड के अलावा ड्रोन हमला भी शरीफ के साथ बान की मून की वार्ता में एक मुख्य मुद्दा है। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2004 के बाद से अब तक अमेरिका ने पाकिस्तान पर कोई 360 ड्रोन हमले किए हैं, जिनमें करीब 3000 पाक लोगों की जान चली गई है। बान की मून ने कहा कि चालक रहित विमानों का बिना किसी सीमा के प्रयोग अस्वीकार्य है। उनका कहना हैः
`मैं यहां साफ़ तौर पर कहूं कि चालक रहित विमान जैसे नए ढंग के गैर सशस्त्र विमानों का शत प्रतिशत सूचनाओं को इकट्ठा करने में किया जाना चाहिए। इस तरह का विमान मूल रूप से उड़ान भरने वाली फोटो-मशीन है। मैं कहा करता हूं कि चालक रहित विमान का प्रयोग करना हथियारों का प्रयोग करने जैसा है। इस हरकत को अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के अनुसार नियंत्रित किया जाना चाहिए। यह संयुक्त राष्ट्र का अत्यंत स्पष्ट रूख है।`
14 अगस्त को पाकिस्तान का 67वां स्वतंत्रता दिवस था। इसका जश्न मनाने के लिए इस्लामाबाद में एक समारोह आयोजित हुआ। बान की मून ने इस में भाग लिया और कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र का एक महत्वपूर्ण साझेदार है और ऐसा भी एक देश है, जिसने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए सर्वाधिक सैनिक भेजे हैं। वर्तमान समय में पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का एक अस्थाई सदस्य भी है। बान की मून ने कहा कि बढती आतंकवादी और चरमपंथी शक्तियों की वजह से पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ी है। संयुक्त राष्ट्र पहले की ही तरह पाकिस्तान की आतंकविरोधी कार्यवाहियों का समर्थन करता रहेगा। उनका कहना हैः
`मैं प्रधान मंत्री नवाज शरीफ को आश्वासन देता हूं कि संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद पर प्रहार करने, सहिष्णुता, समझदारी और सम्मान को बढाने के पाकिस्तान के प्रयासों का समर्थन देना जारी रखेगा।`
संवाददाता सम्मेलन में नवाज शरीफ़ ने भी वचन दिया कि पाकिस्तान आगे भी आफगानिस्तान की शांति एवं स्थिरता के लिए प्रयास करेगा। उन के शब्दः
`पाकिस्तान को एक शांतिपूर्ण एवं स्थिर अफगानिस्तान की जरूरत है। अफगानिस्तान की अगुवाई वाली शांति-प्रक्रिया के लिए पाकिस्तान हर संभव मदद देने को तैयार है।`