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चीनी नौसेना का अस्पताल-जहाज भारत में
2013-08-08 16:15:19

"सामंजस्य मिशन 2013" में लगे चीनी नौसेना के पीस आर्क नामक अस्पताल-जहाज ने 6 अगस्त को मुंबई पहुंचकर भारत की छह दिवसीय यात्रा शुरु की। जहाज पर चीनी चिकित्सकों ने 7 अगस्त को भारत में रह रहे चीनियों, दूतावास और कांउसलेट के अधिकारियों और चीनी कंपनियों के कर्मचारियों की मुफ्त स्वास्थ्य जांच की।

7 अगस्त को सुबह 8 बजे पीस आर्क अस्पताल-जहाज ने पहले खेप के यात्रियों का स्वागत किया। वे हैं भारत में रह रहे चीनी और प्रवासी चीनी, दूतावास व कांउसलेट के अधिकारी और चीनी कंपनियों के कर्मचारी।

ल्वो छुएन भारत में स्थित एक चीनी दूरसंचार कंपनी के कर्मचारी हैं। वे एक महीने पहले काम करने के लिए मुंबई आए। उन्होंने कहा कि विदेश में इतने ज्यादा चीनी डॉक्टरों से मिलना बड़ी खुशी की बात है। उन्होंने कहा

"मैं काम करने के लिए यहां आया। इसी समय चीनी अस्पताल-जहाज भी मुंबई आया। मुझे लगता है कि चीनी जहाज की यात्रा से हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा। विदेशों में चीनी चिकित्सीय जहाज का इतने बड़े पैमाने पर कार्यक्रम पहले कभी नहीं देखा गया।"

मुंबई के एक फाइव स्टार हॉटर में चाइनीज़ फूड के हेड शेफ ल्यांग श्याओ छिंग ने अस्पताल-जहाज में स्वास्थ्य जांच करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि मुझे बड़ी खुशी हुई है कि भारत में चीनी डॉक्टरों ने मेरा हेल्थ चेक-अप किया। उन्होंने कहाः

"भारत के स्थानीय अस्पतालों में डॉक्टरों के साथ बातचीत में भाषा की समस्या होती है। अब चीनी डॉक्टर हमारे स्वास्थ्य की जांच करने के लिए यहां आए। यह बड़ी खुशी की बात है। चिकित्सीय उपकरणों को लेकर पूरी दुनिया में इलाज करने पर हमारे चीनी लोग गर्व महसूस करते हैं।"

जहाज पर काम करने वाले डॉक्टर ल्यू ऑपथैमोलॉजी विभाग के विशेषज्ञ हैं। ऑपथैल्मोलॉजी से संबंधित जांच उनकी ज़िम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि समुद्र में चार महीने की यात्रा मुश्किल होने के साथ साथ बहुत कुछ सीख दे गई है। उन्होंने कहा

"चीन के परंपरागत मैत्रीपूर्ण देश जाकर स्थानीय नागरिकों को चिकित्सा सेवा प्रदान करने से न सिर्फ चीन और इन देशों के बीच न केवल दोस्ती बढेगी, बल्कि हमारे डॉक्टरों को भी सीखने का अवसर मिलेगा"

चीनी नौसेना अस्तपाल की नर्स मा सिन ने कहा कि हालांकि नेविगेशन का समय बहुत लम्बा है, लेकिन बोरिंग नहीं लगता। उन्होंने कहाः

"रोज हमारे रंगारंग कार्यक्रम होते हैं, उदाहरण के लिए शिक्षा लेना और संबंधित विषय पर चर्चा करना। रविवार को कराओके जैसे मनोरंजन कार्यक्रम भी उपलब्ध होते हैं। इस बार का चिकित्सीय मिशन एशियाई देशों के लोगों के लिए लाभदायक है, क्योंकि यात्रा के दौरान कुछ व्यवहारिक चिकित्सीय मामलों का समाधान हो सकता है।"

भारत स्थित चीनी दूतावास के एक अधिकारी ने बताया कि पीस आर्क अस्पताल-जहाज की भारत यात्रा का उद्देश्य हमारे दोनों देशों के बीच गैरसरकारी आवाजाही बढ़ाना है। आशा है कि भारत के आम लोग भी चिकित्सीय सेवा मिलने के लिए जहाज पर आ सकते हैं। उन्होंने कहाः

"मुझे लगता है कि अस्पताल-जहाज की यात्रा चीन-भारत संबंधों के विकास के लिए अवश्य ही हितकारी साबित होगी। सच में कहा जाए, चीन और भारत के उच्च स्तर एक दूसरे से परिचित हैं। लेकिन भारतीय लोगों में चीन के बारे में समझदारी कम है। आशा है कि इस तरह के कार्यक्रम के जरिए दोनों देशों के लोगों के बीच समझ बढ़ेगी।"

गौरतलब है कि पीस आर्क अस्पताल-जहाज ने 10 जून को पूर्वी चीन के चो शान पोर्ट से एशिया के 8 देशों की यात्रा शुरू की थी। मुंबई उसका चौथा पड़ाव है।

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