चीनी शीपेई जातीय विश्विद्यालय के तिब्बती शास्त्र कॉलेज के प्रधान फ़ू छ्यानकू
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सामाजिक विज्ञान अकादमी के अनुसंधानकर्ता तुनचु लाच्ये
प्रतिनिधि मंडल की अध्यक्ष पी ह्वा और दर्शक के साथ
藏学家
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9 से 12 जून तक चीनी तिब्बत-विद्या के विशेषज्ञों के प्रतिनिधि मंडल ने इटली की मैत्रीपूर्ण भाव के साथ यात्रा की। इसी दौरान प्रतिनिधि मंडल ने इटली के विभिन्न जगत के लोगों के साथ संगोष्ठी आयोजित कर तिब्बत की वास्तविक स्थिति और चीन में तिब्बती बहुल क्षेत्रों की स्थिति से अवगत कराया।
चीनी तिब्बत-विद्या के विशेषज्ञों के प्रतिनिधि मंडल की मौजूदा यूरोप यात्रा में स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया और इटली शामिल हैं, और उनकी यात्रा का अंतिम पड़ाव इटली है। इसी दौरान चीनी तिब्बत-विद्या विशेषज्ञों ने इतालवी राजनीतिक, धार्मिक और अकादमिक जगत के लोगों के साथ व्यापक रूप से विचारों का आदान प्रदान किया। उन्होंने तिब्बत और चीन में तिब्बती बहुल क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक विकास, संस्कृति, शिक्षा और धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता जैसे पहलुओं का परिचय दिया।
चीनी तिब्बत-विद्या विशेषज्ञों के प्रतिनिधि मंडल की अध्यक्षा पी ह्वा तिब्बत मुद्दों पर अनुसंधान करने वाली विशेषज्ञ हैं, जो चीनी तिब्बत-विद्या प्रकाशन ब्यूरो की जनरल संपादक हैं। उन्होंने आशा जताई कि मौजूदा यात्रा से इटली के विभिन्न जगत के लोग तिब्बत और तिब्बती बहुल क्षेत्रों की वास्तविक स्थिति से रू-ब-रू होंगे। इसके साथ ही युरोपीय देशों के बीच तिब्बत-विद्या के अनुसंधान क्षेत्र में सहयोग का विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा:
"वास्तव में यहां के बहुत से लोग तिब्बत नहीं गए। लेकिन उन्हें पश्चिमी मीडिया की रिपोर्टों से तिब्बत के बारे में जानकारी मिली हैं। इन रिपोर्टों में कुछ चीजें वास्तविक स्थिति से अलग है, और कुछ रिपोर्टों में ग़लतफ़हमियां भी मौजूद हैं। इस तरह हमें आशा है कि हम उन्हें एक वास्तविक तिब्बत और तिब्बती बहुल क्षेत्र से परिचय करा सकेंगे। इसके अलावा, युरोप में तिब्बत-विद्या का अनुसंधान करने वाले कई विशेषज्ञ और विद्वान हैं। हम उनके साथ अकादमिक आदान-प्रदान से सहयोग मज़बूत करना चाहते हैं।"