विज्ञप्ति में कहा गया कि वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय स्थिति में जटिल परिवर्तन आया है। विश्व के अनेक देशों के बीच पारस्परिक संबंध दिन-ब-दिन घनिष्ठ हो रहे है। चीन और जर्मनी दूसरे देशों के साथ मिलकर आपसी लाभ और उभय जीत के आधार पर समन्वय और सहयोग मज़बूत करते हुए विश्व की शांति और समृद्धि के लिए योगदान करेंगे। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे की प्रभूसत्ता और प्रादेशिक भूमि की अखंडता का सम्मान करते हैं। क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुठभेड़ों और विवादों के समाधान में लगे हुए हैं और एक-दूसरे के विकसित रास्तों को समझते हुए राजनीतिक पारस्परिक विश्वास को गहराएंगे, ताकि चीन-जर्मनी संबंध का दीर्घकालिक और स्थिर विकास आगे बढ़ाया जा सके।
विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि चीन और जर्मनी संरक्षणवाद का विरोध करते हैं और वार्ता के जरिए फोटोवोल्टिक और वायरलेस संचार आदि क्षेत्रों में मौजूद विवादों का समाधान करने के लिए तैयार है। दोनों देशों ने अपील की है कि विश्व-व्यापार संगठन के नियमों का पालन करते हुए न्यायपूर्ण और युक्तियुक्त बहुपक्षीय व्यापारिक प्रणाली का समर्थन किया जाए।
विज्ञप्ति में कहा गया कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने चीन और जर्मनी में एक दूसरे की भाषा-वर्ष शुरू करने की गतिविधि में भाग लिया, ताकि जर्मन में चीनी भाषा और चीन में जर्मनी भाषा का प्रसार हो सके।
(श्याओ थांग)