चीनी प्रधानमंत्री ने राजधानी दिल्ली से मुंबई को रवाना होने से पहले भारतीय वैश्विक संबंध परिषद में भाषण दिया। भारत में विभिन्न लोगों ने इस पर ध्यान देते हुए सक्रिय मूल्यांकन भी किया। उनका कहना है कि ली खछ्यांग का भाषण समृद्ध और महत्वपूर्ण है, जिससे चीन-भारत संबंधों को नई शक्ति मिली।
मैगज़ीन इंडिया टुडे के प्रमुख संपादक डी.सी. शर्मा ने कहा कि ली खछ्यांग ने अपने भाषण में भारत-चीन संबंधों में अहम पक्षों का सारांश किया, जैसे राजनीतिक विश्वास बढ़ाना, सीमा क्षेत्र में शांति व स्थिरता बनाए रखना, जल स्रोतों का संरक्षण करना और व्यापार असंतुलन आदि। उन्होंने मैत्री की आवाज़ पहुंचाई।
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता जोश ने कहा कि चीनी नेता का मैत्रीपूर्ण संदेश दोनों देशों के संबंधों के लिए बहुत अहम है। भारत-चीन संबंधों के विकास को दोनों की लगातार कोशिश चाहिए।
इंडो एशियन न्यूज सर्विस के प्रमुख तरुण बसु ने कहा कि ली खछ्यांग के भाषण से दर्शकों पर गहरा प्रभाव पड़ा। भारतीय मीडिया ने इस भाषण का सक्रिय मूल्यांकन किया।
गौरतलब है चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 19 मई को भारत की यात्रा शुरू की थी।
(दिनेश)