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ली खछ्यांग की मनमोहन सिंह के साथ वार्ता
2013-05-21 20:44:57

चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 20 मई को भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ वार्ता की।

वार्ता के बाद आयोजित न्यूज ब्रीफिंग में ली खछ्यांग ने कहा कि मैंने अपनी पहली विदेश यात्रा का पहला पड़ाव भारत को चुना, इसका कारण यह है कि भारत चीन का महत्वपूर्ण पड़ोसी देश है। दोनों बड़ी जनसंख्या वाले विकासशील देश हैं। इतिहास को याद करते हुए चीन और भारत की सभ्यताओं के बीच निरंतर और गहन आवाजाही बनी रही। भविष्य के उन्मुख चीन और भारत के समान विकास की बड़ी निहित शक्ति है। जो बीज वसंत में बोया गया, इसका फल अवश्य ही शरद ऋतु में आएगा।

ली खछ्यांग ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मैत्रीपूर्ण और खुलकर वार्ता की। दोनों पक्षों ने संयुक्त वक्तव्य जारी किया, व्यापक क्षेत्रों में सहयोग की दिशा तय की, रणनीतिक सहमति हासिल की और आपसी रणनीतिक विश्वास भी बढ़ाया। हमारा समान विचार है कि दोनों देशों को एक दूसरे के विकास को अहम मौका देखना चाहिए। चीन और भारत के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व एशिया में सहयोग का नया उज्ज्वल स्थान बनेगा।

मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत-चीन संबंधों में आपसी सम्मान और आपसी लाभ वाला सहयोग प्रमुख विषय है, शांतिपूर्ण सहअस्तितव के पांच सिद्धांत आधार है, सहयोग और समझदारी बढ़ाना विशेषता है। दोनों देशों के बीच भिन्नता द्विपक्षीय संबंधों में बाधा नहीं बनगी। हम सभी विवादों का उचित समाधान करने में सक्षम हैं। भारत और चीन का एकजुट होना न सिर्फ दोनों देशों के विकास, बल्कि एशिया और दुनिया की शांति व समृद्धि के लिए भी ज़रुरी है।

गौरतलब है कि न्यूज ब्रीफिंग से पहले दोनों प्रधानमंत्रियों ने अर्थव्यवस्था, व्यापार, कृषि, संस्कृति, पर्यावरण संरक्षण और क्षेत्रीय आवाजाही आदि क्षेत्रों में सहयोग दस्तावेज संबंधी समझौतों की रस्म में हिस्सा लिया।

(ललिता)

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