चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने 20 मई को नई दिल्ली में भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिह के साथ हुई वार्ता में बल देते हुए कहा कि चीन और भारत के सहयोग में नई और वास्तविक प्रगति हासिल करने के लिए दोनों देशों के बीच शांति और समृद्धि के अन्मुख रणनीतिक सहयोग और साझेदार संबंध और सुदृढ़ बनाया जाना चाहिए।
दोनों नेताओं ने मंजूरी दी कि उद्योग पार्क स्थापित करने और बुनियादी संस्थापनों के निर्माण करने जैसे क्षेत्रों में बड़ी पैमाने वाली परियोजना का सहयोग किया जाएगा, और साथ ही समान रूप से आह्वान किया कि चीन, भारत, मयांमार, और बंग्लादेश आर्थिक गलियारों का निर्माण किया जाए, ताकि चीनी और भारतीय बड़े बाज़ार ज्यादा जोड़ा जा सके।
गौरतलब है कि चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग 19 मई के तीसरे पहर नई दिल्ली पहुंचकर भारत की औपचारिक यात्रा शुरू की। हवाई अड्डे पर उन्होंने भाषण देते हुए कहा कि वर्तमान विश्व में सबसे दो बड़े विकासशील देशों के रूप में चीन और भारत के संबंध का लगातार स्वस्थ और स्थिर विकास दोनों देशों के मूल हितों से मेल खाता है, बल्कि एशिया यहां तक कि विश्व की शांति और समृद्धि के लिए भी लाभदायक है। चीन सरकार भारत के साथ संबंध पर उच्च महत्व देती है और भारत को अपना अहम साझेदार और दोस्त मानती है। विश्वास है कि मौजूदा यात्रा से आपस में आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा, सहयोग गहराया जाएगा, आपसी विश्वास उन्नत होगा और मैत्री और सुदृढ़ होगी। साथ ही चीन और भारत के बीच शांति और समृद्धि के उन्मुख रणनीतिक सहयोग और साझेदार संबंध के विकास में नई जीवन शक्ति मिलेगी।
चीनी विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत की यात्रा के दौरान ली खछ्यांग मनमोहन सिंह के साथ वार्ता करने के अलावा राष्ट्रपति मुखर्जी समेत नेतागण से भी मुलाकात करेंगे। दोनों पक्ष द्विपक्षीय संबंध और समान रूचि वाले अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय सवालों पर गहन रूप से विचारों का आदान प्रदान करेंगे। ली खछ्यांग चीन-भारत संबंध को लेकर भाषण देंगे और चीन व भारत के बीच वाणिज्यिक सहयोग संबंधी शिखर सम्मेलन में भी उपस्थित होंगे।
(श्याओ थांग)