साल 2013 के वित्तीय वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फ़ीसदी पहुंचने का अनुमान लगाया गया है। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार समिति ने 23 अप्रैल को जारी रिपोर्ट में यह उम्मीद जताई।
समिति के अध्यक्ष सी.रंगराजन ने न्यूज़ ब्रीफिंग में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था न्यूनतम स्तर तक पहुंच चुकी है, इसलिये अब उसमें बढ़ोतरी होगी। शायद इस वित्तीय वर्ष में उसकी वृद्धि दर 7 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना भी है।
रिपोर्ट के अनुसार भारत में मुद्रास्फीति के मापदंड यानी थोक मूल्य सूचकांक की वृद्धि 6 फीसदी रहने का अनुमान है।
ताज़ा आंकड़ों के अनुसार मार्च में भारत का थोक मूल्य सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि से 5.96 प्रतिशत अधिक रहा, जो तीन वर्षों में सबसे कम है। रंगराजन ने कहा कि मुद्रास्फ़ीति में कमी भारतीय केंद्रीय बैंक को ब्याज़ कम करने की गुंजाइश देगी।
गौरतलब है कि वित्तीय संकट व विश्व आर्थिक मंदी के असर और मुद्रास्फ़ीति दर ऊंची होने के कारण हाल के कई वर्षों में भारत की आर्थिक वृद्धि धीमी हो रही है। पिछले तीन वित्तीय वर्षों में भारत की आर्थिक वृद्धि क्रमशः 8.5 प्रतिशत, 6.2 प्रतिशत, और 5 प्रतिशत थी।
चंद्रिमा