उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश में कई संग्रहालय हैं, जिनमें शामिल है- गुंटूर शहर के पास अमरावती में स्थित पुरातत्व संग्रहालय, जिसमें आस-पास के प्राचीन स्थलों के अवशेष सुरक्षित हैं, हैदराबाद का सालारजंग संग्रहालय, जिसमें स्थापत्य, चित्रकला और धार्मिक वस्तुओं का विविध संग्रह है, विशाखापट्नम में स्थित विशाखा संग्रहालय है, जहां डच पुनर्वास बंगले में स्वतंत्रता पूर्व मद्रास प्रेसिडेंसी का इतिहास प्रदर्शित है। विजयवाडा में स्थित विक्टोरिया जुबिली संग्रहालय में प्राचीन मूर्तियां, चित्र, देवमूर्तियां, हथियार, चाकू-छुरियां, चम्मच आदि और शिलालेखों का अच्छा संग्रह है।
उन्होंने आंध्र प्रदेश के व्यंजनों की बात करते हुए बताया कि आंध्र प्रदेश के व्यंजन, सभी भारतीय व्यंजनों में सबसे ज़्यादा मसालेदार के रूप में विख्यात हैं। हैदराबादी व्यंजनों में सबसे विशिष्ट और लोकप्रिय व्यंजन शायद बिरयानी है।
उन्होंने यह भी बताया कि आंध्र प्रदेश में शास्त्रीय नृत्य, पुरुष और महिलाओं, दोनों द्वारा किया जा सकता है; लेकिन अधिकांशतः महिलाएं ही इसे सीखती हैं। कुचिपूड़ी राज्य का सर्वाधिक प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्य रूप है।
तीर्थ-स्थान और धार्मिक स्थल पर भी प्रकाश डा़लते हुए बताया कि संपूर्ण भारत में तिरुपति या तिरुमला हिंदुओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थ-स्थान है। यह शहर दुनिया में सबसे संपन्न (किसी भी धार्मिक आस्था का) तीर्थ-स्थान है। इसके अलावा सिंहाचलम, विजयवाडा शहर में स्थित कनक दुर्गा मंदिर, हुसैन सागर झील पर बुद्ध की मूर्ति, रामप्पा मंदिर पर भी प्रकाश डाला।
अंत में उन्होंने चारमीनार, गोलकोंडा किला, चंद्रगिरि किला, चौमुहल्ला पैलेस और फलकनुमा पैलेस राज्य के कुछ स्मारकों को भी बताया।