द टाईम्स आफॅ इंडिया ने 14 मार्च को अपनी एक समीक्षा में कहा कि शी चिनफिंग के चीन के नए राष्ट्राध्यक्ष बने जाने के साथ-साथ चीन-भारत संबंध अतर्राष्ट्रीय संबंधों का केंद्र बन गया है।
इस समीक्षा में कहा गया है कि चीन के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष हू चिनथाओ के एक दशक के कार्यकाल में अनेक सकारात्मक कदमों से चीन-भारत संबंध तेजी गति से आगे बढे हैं। अनुमान है कि नए राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग बहुत जल्द ही भारत से संपर्क करेंगे। वे भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ दोनों देशों के संबंधों के नए विकास के लिए समान प्रयास करेंगे।
समीक्षा में यह भी कहा गया है कि बीते कई वर्षों में कुछ मुद्दों के कारण चीन- भारत संबंधों में छोटी-मोटी समस्याएं भी उत्पन्न हुई हैं, लेकिन इन समस्याओं से निपटने के लिये चीनी नेताओं ने अधिक प्रयास किया, जिससे दोनों देशों के रक्षा संबंधों के बहाली के लिए रास्ता हमवार हो गया है। अनुमान है कि दोनों देशो की सेनाएं इस वर्ष संयुक्त सैन्याभ्यास पुनःशुरू करेंगी।
लेख में यह भी बताया गया कि बीते दस वर्षों में चीन और भारत के बीच सीमा विवाद संबंधित शिकायत व्यवस्था की स्थापना की गई है। दोनों देशों ने विशेष प्रतिनिधि स्तर की 15 वार्ताएं की हैं।