चीनी स्टेट कौंसिलर डाए बिन क्वो ने 11 मार्च को निमंत्रण पर भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन के साथ फ़ोन में बातचीत की, और चीन-भारत संबंधों पर विचार-विमर्श किया।
डाए बिन क्वो ने कहा कि चीन, चीन-भारत संबंधों पर बड़ा ध्यान देता है। पिछले 10 वर्षों में चीन-भारत संबंधों में बड़ा विकास हुआ है, जिससे दोनों देशों और दोनों देशों की जनता को बड़ा लाभ मिला है, और इस विकास ने अपने क्षेत्र यहां तक कि विश्व की शांति और समृद्धि के लिये महत्वपूर्ण योगदान भी दिया है।
डाए बिन क्वो ने कहा कि चीन-भारत के बीच मेल-मिलाप से आवाजाही बढ़ाने का कारगर तरीका ढूंढ़ने से न सिर्फ़ भविष्य में दोनों देशों के संबंधों का विकास होगा, बल्कि दोनों बड़े और पड़ोसी देशों के बीच मतभेदों को दूर करके समान विकास प्राप्त करने के लिये एक आदर्श उदाहरण भी पेश किया जाएगा। हमें विश्वास है कि दोनों पक्षों की समान कोशिशों से चीन-भारत संबंधों का भविष्य ज़रूर उज्जवल होगा।
मेनन ने द्विपक्षीय संबंधों पर डाए बिन क्वो द्वारा किये गये सकारात्मक मूल्यांकन पर सहमत होकर कहा कि चीन-भारत संबंधों का विकास दोनों देशों के नेताओं तथा विभिन्न क्षेत्रों के व्यक्तियों की बड़ी कोशिशों से अलग नहीं हो सकता। इसे प्राप्त करने में बहुत मुश्किल है। इसलिये हमें इस पर ध्यान देना चाहिये। भारत चीन के साथ रणनीतिक सहयोग साझेदारी संबंधों को आगे बढ़ाने की कोशिश करना चाहता है।
चंद्रिमा